कुमार चंदन, रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र की तैयारी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक दल की बैठक की. बैठक में 17 जनवरी से 8 फरवरी तक चलने वाले सत्र के बेहतर संचालन की रणनीति पर चर्चा की गई. अध्यक्ष के इस बैठक से मुख्य विपक्षी दल की दूरी भी साफ-साफ दिखी. इस बैठक में नेता प्रतिपक्ष हेमन्त सोरेन या उनका कोई प्रतिनिधि भी नहीं पहुंचा.


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अब सवाल ये की विपक्ष के मुद्दों की तलाश और पिछले सत्र के रिकॉर्ड को देख कर मान लिया जाए कि सदन पर शोर शराबे और हंगामे जैसे संकट के बाद अब भी मंडरा रहे हैं. हालांकि अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ भी बैठक कर तमाम तैयारियों की समीक्षा की साथ ही कई दिशा निर्देश दिए.


आपको बता दें कि 17 जनवरी से झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है. सत्र के बेहतर संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई बैठक से मुख्य विपक्षी पार्टी नदारद दिखा, हालांकि संसदीय कार्यमंत्री ने बताया अध्यक्ष की अध्यक्षता में सौहार्दपूर्ण वातावरण में सदन के संचालन पर सहमति बनी. 


जेएमएम के नदारद रहने पर कांग्रेस विधायक ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष या उनके प्रतिनिधि होते तो बेहतर होता, सदन किसी एक दल का नहीं सभी पार्टी का होता है. विधायक दल के बैठक के ठीक बाद विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सत्र की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों को बेहतर तैयारी के निर्देश दिए. अधिकारियों ने प्रवेश द्वार पर डबल बेरिकेटिंग से लेकर सीसीटीवी लगाने के साथ अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाने का भरोसा दिलाया


विधानसभा अध्यक्ष ने मानसून सत्र के बेहतर संचालन और सदुपयोग के लिए सभी विधायक दल की बैठक को बुलाकर एक बार फिर प्रयास किया है कि पहले की तरह सदन हंगामें की भेंट न चढ़े. मुख्य विपक्षी दल की इस बैठक से दूरी ही दिखी हालांकि अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ बैठक पर सदन के दौरान पूरी तैयारी के साथ आने का निर्देश दिया है.