Ranchi: झारखंड में कोरोना (Corona) का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. संक्रमण की रफ्तार के साथ ही मौत का आंकड़ें में भी लगातार इजाफा हो रहा है. इसे देखते हुए राज्य में कोरोना के बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है और लक्षण दिखने पर ही दवा लेने को कहा गया है. वहीं, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के निर्देशक रवि शंकर शुक्ला ने इससे संबंधित एडवाइजरी जारी की है.


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इसमें उन्होंने बगैर लक्षण वाले रोगियों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी है और एडवाइजरी में कहा गया है कि कोरोना के लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टरों की सलाह के बाद ही दवा लें. साथ हीं, एडवाइजरी में कोरोना से उबरने के लिए कुछ अहम उपाय भी बताए गए हैं.  एडवाइजरी में दिन में 5 बार गुनगुने पानी में नमक डालकर या बीटाडीन से कुल्ला करने की सलाह दी गई है.


रोजाना एक ग्लास हल्दी वाले दूध का सेवन करने को कहा गया है. साथ ही, कहा गया है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद अपने परिवार के बाकी सदस्यों की भी कोविड जांच जरूर कराएं और गंभीर लक्षण दिखाई देने पर नजदीकी डॉक्टर से परामर्श लेने को कहा गया है. 


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इधर, एडवाइजरी जारी होने के साथ-साथ प्रशासन और सरकार भी कोरोना से निपटने के लिए तैयारी में जुटी हुई है. रांची में सदर अस्पताल को पूरी तरह कोविड वार्ड बनाए जाने के बाद अब निजी अस्पतालों से 50 फीसदी बेड कोविड-19 (COVID-19) मरीजों के लिए रिजर्व रखने को कहा गया है. इसके साथ ही बाकी जिलों में भी निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड आरक्षित किए जा रहे हैं.


बता दें कि झारखंड में कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. वहीं, संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने भी पूरी तरह से कमर कस ली है. टीकाकरण के साथ-साथ जांच का दायरा भी बढ़ाया जा रहा हैं.