COVID-19 से बिगड़ रहे है हालात, झारखंड में एक दिन में 29 मरीजों की मौत
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar884032

COVID-19 से बिगड़ रहे है हालात, झारखंड में एक दिन में 29 मरीजों की मौत

Jharkhand Corona News: स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इस दौरान संक्रमण के 2,844 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 1,44,594 हो गए. 

 

झारखंड में कोरोना से एक दिन में 29 मरीजों की मौत. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Ranchi: झारखंड में बीते एक दिन में कोविड-19 से रिकॉर्ड 29 लोगों की मौत हो गई जिसके बाद मृतकों की संख्या 1,261 पर पहुंच गई. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि इस दौरान संक्रमण के 2,844 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल मामले बढ़कर 1,44,594 हो गए. अधिकारी ने कहा कि राज्य में अब 17,155 मरीज उपचाराधीन हैं. कुल 1,26,178 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.

राजधानी रांची में भी एक दिन में सर्वाधिक छह मरीजों की मौत हो गई और संक्रमण के 1049 नए मामले सामने आए. इधर, लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमितों को देखते हुए रांची जिला प्रशासन ने सदर हॉस्पिटल को कोविड-19  हॉस्पिटल  के रूप में घोषित कर दिया है. यहां, अब सामान्य मरीजों को एडमिट नहीं किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- Jharkhand: स्वास्थ्य मंत्री के सामने ही हॉस्पिटल प्रशासन की खुली पोल, मृत मरीज के परिजनों ने मंत्री पर लगया आरोप 

साथ ही, ओपीडी  (OPD) सेवा को भी बंद कर दिया है. कोरोना को देखते हुए सदर हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सपोर्टेड 360 और 60 ICU बेड में कोरोना संक्रमितों का इलाज होगा. वहीं, अब सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीज ही भर्ती होंगे और कोरोना के संदिग्ध मरीज का सैंपल लिया जाएगा. ऐसे में कोरोना का असर बाकी स्वास्थ्य सेवाओं पर भी पड़ने लगा है.

इस बीच 'टीका उत्सव' को लेकर राजनीति भी खूब हो रही है. विपक्ष इस 'उत्सव' शब्द को लेकर सरकार पर हमलावर है. विपक्ष का कहना है कि वैक्सीन की पूरी उपलब्धता नहीं है, लोग दम तोड़ रहे हैं और सरकार 'उत्सव' की बात कर रही है. हालांकि, सरकार के अपने तर्क हैं, जिन्हें सिरे से नकारा भी नहीं जा सकता.

ये भी पढ़ें-झारखंड में हेल्थ इमरजेंसी का हो ऐलान, CM समेत पूरी सरकार सोयी हुई है: बाबूलाल मरांडी

फिलहाल ये कहने में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि हालात अगर जल्द से जल्द नहीं सुधरे और लोगों ने खुद से समझदारी दिखाते हुए गाइडलाइन्स को फॉलो नहीं किया तो शायद फिर से देश को लॉकडाउन देखना पड़े. इसके लिए हमें तैयार रहना होगा.

(इनपुट- भाषा)