Ranchi: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (Hemant Soren) ने मंगलवार को विधानसभा में घोषणा की और कहा कि झारखंड में धन संग्रह को बढ़ाने के लिए उन्होंने कई प्रयास किए है लेकिन विधानसभा के भीतर लगातार सवाल उठते थे कि बालू में लूट मच रही है ऐसे में उन्होंने पहले ट्रैक्टर को राज्य में फ्री कर दिया था. घर बनाने के लिए जितनी भी बालू की आवश्यकता है वह ट्रैक्टर से ले जाए.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, ट्रैक्टर से कोई भी बालू बंगाल और उत्तर प्रदेश नहीं ले जा सकता था. ट्रक पर प्रतिबंध लगा दिया था. लेकिन कुछ सदस्यों को ट्रक एसोसिएशन के लोगों ने हवा दी. जिससे हंगामा शुरू हो गया था. फिर उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रक को भी फ्री कर दिया और उन्हें अपना निर्णय बदलना पड़ा. 


ये भी पढे़ंः झारखंड के किसानों को हेमंत सोरेन सरकार की बड़ी सौगात, विपक्ष ने कहा...


उन्होंने कहा कि जब तक टेंडर नहीं हो रहा है तब तक पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन बालू की खरीद की जा सकती है. ऐसे में घर बैठे पेमेंट करने पर घर बालू पहुंचेगा और इसमें कोई हेराफेरी नहीं किया जा सकता है. 


इधर, मुख्यमंत्री के इस घोषणा पर बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही ने सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए ट्रांसपोटेशन रेट भी तय करने का आग्रह किया. इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि, इस पर भी बहुत जल्द दूरी के हिसाब से रेट तय कर लिया जाएगा. आने वाले समय में बालू को लेकर किसी भी तरह का विवाद नहीं होगा. सदन का अधिकतर समय बालू को लेकर ही बर्बाद हो जाता है इसलिए इस बार पक्का उपाय ढूंढा जा रहा है.