बोकारो :  बोकारो के बोकारो रेलवे यार्ड के गुड शेड में स्टोन और कोयला का अनलोडिंग होने का काम होता है और आज भी हो रहा था. अनलोडिंग के बाद जेसीबी से स्टोन हटाया जा रहा था. इसी दौरान भारी मात्रा में स्टोन रेलवे ट्रैक के अंदर चला गया. इसी क्रम में मालगाड़ी को आगे जैसे ही बढ़ाया गया वैसे ही मालगाड़ी के पांच वैगन रेलवे ट्रैक से उतर गया और बेपटरी हो गया.


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जिसके बाद आनन-फानन में रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और डिरेल मालगाड़ी को पटरी पर लाने की कवायद करने लगे. रेलवे को इससे भारी नुकसान हुआ है जिसमें रेल अधिकारी इसका आकलन लगाने की बात कह रहे हैं. लेकिन जिस तरीके से घटना हुई प्रथम दृष्टया यह मामला सामने आया जिसमें अधिकारी भी इस बात को मान रहे हैं कि रेलवे ट्रैक में जेसीबी चलना कहीं ना कहीं बड़ी लापरवाही है. 


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बताते चलें कि रेलवे यार्ड के गुड सेड में स्टोन और कोयला बाहर से लाया जाता है और यहां से जेसीबी मशीन के द्वारा स्टोन और कोयला को उठाकर डंपर में और ट्रकों में लोड करके दूसरी जगह छोटे-छोटे फैक्ट्रियों में भेजा जाता है. स्टोन लोड करते समय सुरक्षा को ताक पर रखकर ट्रक के सामने ही स्टोन को उठाने के लिए जेसीबी का उपयोग किया जाता है जहां कहीं ना कहीं रेलवे ट्रैक को भारी क्षति पहुंचती है. स्टोन उठाने का काम भोले शंकर प्राइवेट कंपनी को दिया गया है जो यहां से स्टोन लोड करके दूसरे जगह भेजने का काम करता है. जेसीबी मशीन का उपयोग करने से रेलवे ट्रैक को भारी क्षति होने की भी बात सामने आई है. ऐसे में अब रेलवे अधिकारी एक जांच कमेटी बनाने की बात कह रही है और भोले शंकर प्राइवेट कंपनी को हिदायत देने की भी बात की जा रही है कि अगर जेसीबी का उपयोग रेलवे ट्रैक के इर्द-गिर्द किया गया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.


ज्ञात हो कि 5 साल पहले भी एक बड़ी दुर्घटना इसी गुड सेड यार्ड में घटी थी जहां मालगाड़ी के 13 वैगन बेपटरी हो गई थी. जाहिर है सुरक्षा में इस तरह से लापरवाही कहीं ना कहीं बड़ी घटना को निमंत्रण देने का काम किया जा रहा है और इससे रेलवे को करोड़ों के घाटा भी हो सकता है. रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचकर अब स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन इस घटना में जो बातें सामने आई है उस पर भी जांच की बात कह रही है. रेलवे अधिकारी का मानना है कि रेलवे ट्रैक में और उसके आसपास जेसीबी मशीन चलाना कहीं से भी उचित नहीं है यह सरासर लापरवाही है.