रांची : Agnipath Protest: भारतीय सेना में युवाओं के लिए लाए गए अग्निवीर योजना का ही विरोध देशभर में युवा करते नजर आ रहे हैं. योजना की घोषणा के बाद हंगामा हुआ और फिर यह उपद्रव में तब्दील हो गया. देखते ही देखते सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले अभ्यर्थियों ने सरकारी संपत्तियों को ही आग के हवाले कर दिया. यह आग की लपटें बढ़ती जा रही है. इसी को लेकर आज भारत बंद का आह्वान किया गया था. जिसका झारखंड में भी आंशिक असर देखने को मिला. 


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उपद्रवियों से निपटने के मिले थे निर्देश 
भारत बंद के आह्वान के मद्देनजर रांची एसएसपी ने रविवार रात बैठक की और बैठक के बाद तमाम अधिकारियों को इसके लेकर दिशा-निर्देश दिए थे. एसएसपी रांची का स्पष्ट कहना था कि किसी भी मामले पर उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उपद्रवियों से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. इसी क्रम में राजधानी रांची में भी बंद के मद्देनजर चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली. इस दौरान जिला बल, जैप रैफ के जवानों ने शहर का मोर्चा संभाला और भारत बंद होने के बावजूद कोई हंगामा नहीं होने दिया. 


स्कूलों में लटका रहा ताला 
अग्निपथ योजना के खिलाफ हुई हिंसक विरोध और उपद्रव के बाद आज बुलाए गए बंद को देखते हुए झारखंड के स्कूलों में भी ताला लटका रहा. स्कूली शिक्षा सचिव ने भी एहतियातन राज्य के सभी निजी और सरकारी स्कूल को 1 दिन के लिए बंद करने का आदेश जारी किया था. सभी निजी स्कूलों ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया था. 


रांची में दिखा बंद का आंशिक असर 
राजधानी रांची के खड़गदा बस स्टैंड से दिन में खुलने वाली बसों के परिचालन पर भी इसका आंशिक असर दिखा और इस बंद का खामियाजा सीधे आम लोगों को उठाना पड़ा. आम तौर पर खड़गड़ा बस स्टैंड में यात्रियों की चहल कदमी देखने को मिलती है पर यहां सन्नाटा पसरा रहा. राजधानी रांची में इस बंद को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे तो वही सड़क पर लोगों का आवागमन भी कम दिखा और शहर के बाजारों की भी रौनक नहीं दिखी. इधर सड़क पर भी लोग कम निकलते दिखाई दिए और लाइफलाइन कही जाने वाली नगर निगम की बसें भी खाली नजर आई. 


झारखंड से होकर चलनेवाली कई ट्रेनें रद्द
इधर हाल के दिनों में विरोध प्रदर्शन के दौरान ट्रेनों में लगाई गई आग को देखते हुए रांची रेल मंडल भी सतर्क नजर आया एक तरफ जहां रेलवे स्टेशन के बाहर आरपीएफ की तैनाती की गई. वहीं कई ट्रेनों के परिचालन भी ठप्प रहे. अग्निपथ योजना के विरोध को देखते हुए रांची रेल मंडल द्वारा सात ट्रेनों के परिचालन को रद्द किया गया. 


भारत बंद हजारीबाग में बेअसर रहा
भारत बंद हजारीबाग में बेअसर रहा. हजारीबाग से यात्रियों को कहीं आने जाने में मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ा. स्थानीय जिला परिषद बस पड़ाव से लोगों को एक जिला से दूसरे जिले जाने के लिए बस का समय पर उपलब्ध होता है. एक यात्री ने बताया कि सुबह में थोड़ी परेशानी हुई थी लेकिन 9 बजे से बसों का परिचालन नियमित होने से यात्री अपने सुविधानुसार आवागमन होने लगी. हजारीबाग एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि सभी जगह शांति का माहौल रहा और हम लोगों से अपील करेंगे कि आप सभी शांति बनाए रखें. 


चतरा में भारत बंद का नहीं दिखा असर
भारत बंद का चतरा में कोई असर नहीं देखा गया. सरकारी और गैर सरकारी सभी बस स्टैंडों से दिनभर कम और ज्यादा दूरी की गाड़ियों का परिचालन होते रहा. हालांकि राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में जिले में संचालित सभी सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थान पूरी तरह बंद रहे. जिससे अपने बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचने वाले अभिभावकों को थोड़ी परेशानी हुई. उन्हें बच्चों को लेकर बैरंग वापस लौटना पड़ा. बंद को लेकर चतरा पुलिस पूरी तरह अलर्ट नजर आई. एसपी राकेश रंजन के निर्देश पर एसडीपीओ अविनाश कुमार के नेतृत्व में पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान दिन भर शहर में गस्त करते रहे.  इतना ही नहीं शहर के साथ-साथ जिले के सभी संवेदनशील और आंदोलन संभावित इलाकों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों की बड़े पैमाने पर तैनाती की गई थी.


अग्निपथ के विरोध में कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ ने निकाला विरोध मार्च
सेना नियुक्ति में लागू किए गए अग्निपथ योजना के विरोध में कोल्हान विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता एवं सदस्यों ने एक विरोध मार्च निकाला. यह विरोध मार्च टाटा कॉलेज तंबू चौक जुबली पार्क तालाब पोस्ट ऑफिस चौक तथा सदर थाना होते हुए सदर बाजार तक आई और फिर वापस चली गई. छात्र इस रैली में शहर में घुसने के दौरान कोई तोड़फोड़ ना करे इसको लेकर रैली में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल के जवान तैनात थे. इस रैली के आगे-आगे स्वयं एसडीपीओ सदर दिलीप खलखो तथा रैली के पीछे बड़ी संख्या में पुलिस जवानों के साथ डीएसपी मुख्यालय सुधीर कुमार चल रहे थे. रैली के दोनों तरफ बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद थे जो किसी भी संभावित घटनाक्रम को रोकने के लिए मुस्तैद नजर आये


भारत बंद पर पूर्व डीआईजी का बयान
अग्निपथ योजना को लेकर भारत बंद पर पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने कहा कि भारत सरकार और सेना अग्निपथ योजना छात्रों को समझाने में विफल रही है. यह स्कीम कमीशन ऑफिसर से नीचे वाले रिक्रूटमेंट का मात्र एक जरिया होने वाला था. इस संबंध में बहुत नौजवान कन्फ्यूज हो गए. अगर वर्ल्ड में यूएस आर्मी सबसे मजबूत है तो उसमें भी 4 साल का स्कीम किया गया है. वहीं भारत में इस स्कीम को लेकर युवाओं के दिमाग में यह चल रहा है कि मेरी नियुक्ति से 4 साल के लिए है और इससे उनका मनोबल कहीं ना कहीं कम हो रहा है. जिसके चलते हमारे आर्मी कमजोर होगी. अग्निपथ योजना में युवाओं को यह मनोबल बना कर जाना होगा कि सिर्फ 4 साल नहीं जो 25 परसेंट में हमें जाना है तब हमारे युवा और हमारी सेना का मनोबल बढ़ेगा. 


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