Giridih: झारखंड के गिरिडीह में सीसीएल के ओपन कास्ट माइंस में देर रात धमाके व गोलियां चलने की आवाज सुनाई दी है. जिसके बाद से पूरे इलाके में हडकंप मचा हुआ है. वहीं इस पूरे मामले के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक अवैध कोयला को लेकर अक्सर इस प्रकार की घटनाएं सामने आती रहती हैं. 


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सीसीएल में देर रात सुनाई दी धमाके की आवाज
दरअसल, सीसीएल के ओपन कास्ट माइंस के पास देर रात करीब 9: 20 बजे अचानक धमाके की आवाज सुनाई दी. धमाके के साथ बीच-बीच में गोलियों की आवाज भी सुनाई दे रही थी. इस मामले की सूचना परियोजना पदाधिकारी एसके सिंह ने एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह व मुफ्फसिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम को दी. जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी विनय राम दलबल के साथ ओपेनकास्ट पहुंचे. यहां पर माइंस मैनेजर जीएन बेले के अलावा गौरव सिन्हा, चंद्रशेखर साहू, सुरक्षा कर्मी रिंकू राम भी पहुंचे. थानेदार ने छानबीन शुरू की तो यह पता चला कि जिस वक्त धमाके की आवाज सुनाई दी उस समय माइंस में ड्यूटी पर सुरक्षाकर्मी सुंदर दास तैनात था. सुंदर को बुलाया गया और उससे भी पूछताछ की गई.


अज्ञात स्कॉर्पियो के आने के बाद हुआ धमाका
पूछताछ में सुंदर ने बताया कि देर रात लगभग 9:20 के करीब एक अज्ञात स्कॉर्पियो माइंस के अंदर दाखिल हुई थी. कुछ मिनट के लिए स्कॉर्पियो वहीं रुकी हुई थी, इसके बाद पटाखे या बम जैसी आवाज़ सुनाई देने लगी. सुंदर ने बताया कि जहां पर स्कॉर्पियो रुकी थी उसके ऊपर पहाड़ी पर कुछ लोग भी खड़े थे. इस दौरान पथराव भी हुआ. हालांकि सुंदर कभी नीचे से तो कभी पहाड़ी के ऊपर बम या पटाखा चलने की बात कहता रहा. सुन्दर ने बताया कि कुछ समय बाद स्कॉर्पियो में अज्ञात लोग फरार हो गए. सुंदर से पूछताछ के बाद थाना प्रभारी पहाड़ी पर जांच के लिए गए. जांच के दौरान पहाड़ी पर सिगरेट व पान मसाला का रैपर मिला. फिलहाल आसपास के इलाके में भी छानबीन जारी है. 
पुलिस ने कहा कि वाहन कहां से और किस उद्देश्य से माइंस में दाखिल हुए थे, इसकी छानबीन की जा रही है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि वाहन में कौन-कौन लोग मौजूद थे. बाकी बम चला है या पटाखे फोड़े गए हैं यह पूरी तरह से साफ नहीं है. इसकी जांच की जा रही है. पहाड़ी पर कौन-कौन लोग थे इसकी भी जानकारी इकठ्ठा की जा रही है.


इलाके में दहशत
इस पूरे मामले के बाद से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है. यहां तक की सीसीएल कर्मी भी डरे हुए हैं. लोगों का कहना है कि बरसात के बाद इलाके में अवैध कोयला माइंस चलवाने के लिए ही इस तरह से इलाके में दहशत फैलाने का प्रयास किया गया है.


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