जमशेदपुर: जमशेदपुर के कदमा थाना के अप्रैल 2007 के एक मामले में पूर्व सीएम रघुवरदास को बड़ी राहत मिली है. पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर में स्थित कदमा थाने की हाजत से अपने समर्थक भाजपा कार्यकर्ताओं को फरार कराने के मामले में आरोपी पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास तथा अन्य भाजपा नेताओं को चाईबासा स्थित एमपी-एमएलए विशेष अदालत ने गुरुवार को बरी कर दिया गया है. विशेष अदालत ने अपने फैसले में साक्ष्य के अभाव में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ-साथ आरोपी बनाए गए सभी नेताओं को बाइज्जत बरी कर दिया.


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चाहरदीवारी निर्माण में हुआ था विवाद
न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी चाईबासा ऋषि कुमार की अदालत ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास सहित सभी 20 आरोपियों को गुरुवार को दोषमुक्त करार देते हुए बरी किया. जमशेदपुर के कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में बाबा जटाधारी मंदिर की चहारदीवारी निर्माण के दौरान हुए विवाद में पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता सुधांशु ओझा को गिरफ्तार कर लिया था, जिसके विरोध में भाजपा समर्थकों ने धरना प्रदर्शन किया था. इसी मामले में प्रशासन की ओर से तीन मामले दर्ज कराए गए थे. जिसमें से दो में सभी लोग बरी हो चुके हैं.


एक व्यक्ति की हो चुकी है मौत
तीसरे मामले में 21 व्यक्ति आरोपी थे, इसमें से एक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है. आज न्यायालय के फैसले के दिन सभी 20 आरोपी हाजिर हुए. न्यायालय ने सभी को दोषमुक्त पाते हुए बरी कर दिया है. न्यायालय के निर्णय के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि यह किसी व्यक्ति की नहीं बल्कि सच्चाई की जीत हुई है.


यह है पूरा मामला
यह मामला 24 अप्रैल 2007 का है. कदमा थाना पुलिस ने मंदिर की चहारदीवारी विवाद प्रकरण में भाजपा कदमा मंडल के तत्कालीन अध्यक्ष सुधांशु ओझा, उमेश सिंह, भुवनेश्वर सिंह, राजेश सिंह राजकुमार राय को पुलिस ने हाजत में बंद कर दिया था. उसी दिन शाम 6.15 बजे रघुवर दास अपने कार्यकर्ताओं के साथ कदमा थाना से पांचों आरोपियों को निकाल ले गए. इस घटना को लेकर उनके खिलाफ कदमा थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी. 


हेमंत सरकार पर बोला हमला
चाईबासा पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अदालत से बरी होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए झारखंड की हेमंत सरकार पर करारा हमला किया है. उन्होंने कहा कि अबुआ राज के बबुआ मुख्यमंत्री के राज में जिस तरह राज्य में लूट मची हुई है, उससे जनता परेशान है. इनके ढाई साल के कामकाज के दौरान की गई काली करतूतों के कारण आज यह सरकार मुसीबत में है.


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