Ranchi: झारखंड (Jharkhand) में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है. पिछले 10 दिनों में संक्रमितों की तादाद में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है. जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में 138 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है. 


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राज्य में जिनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) की व्यवस्था नहीं होने की वजह से अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि इनमें से कोई ओमिक्रोन (Omicron) संक्रमण का मामला है या नहीं. राज्य के तीन दर्जन से ज्यादा संक्रमितों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भुवनेश्वर भेजे गए हैं, लेकिन एक माह बाद भी इसका रिजल्ट सामने नहीं आया है.


सोमवार तक कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 500 के करीब
सोमवार तक झारखंड में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 500 के करीब पहुंच गई है. रांची (Ranchi) और कोडरमा (Koderma) जिले अब रेड जोन (Red Zone) की ओर बढ़ने लगे हैं. कोडरमा में 180 एक्टिव केस हो गए हैं, जबकि रांची में 174 एक्टिव मामले हैं. कुछ दिन पहले तक राज्य के अधिकतर जिले कोरोना से फ्री हो गए थे, जहां एक भी मरीज नहीं था. आज स्थिति यह है कि राज्य के 24 में से 16 जिलों में फिर से कोरोना के मरीज हैं. 


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रांची और कोडरमा के बाद सबसे ज्यादा मरीज इस्ट सिंहभूम में
रांची और कोडरमा के बाद सबसे ज्यादा 38 मरीज इस्ट सिंहभूम (East Singhbhum) में हैं. इसके बाद 36 मरीज धनबाद (Dhanbad) में हैं. इस बीच सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई एक टीम ने झारखंड में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए स्वास्थ्य संरचनाओं के बारे में जानकारी ली. टीम ने राज्य में जिनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था जल्द से जल्द कराए जाने की जरूरत पर जोर दिया.


राज्य सरकार ने दिए निर्देश
बता दें कि राज्य सरकार (Jharkhand Government) ने सभी उपायुक्तों को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करवाने और उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराने का निर्देश दिया है. राज्य के अस्पतालों को भी व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा गया है.


(इनपुट-आईएएनएस)