Chittorgarh: झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन वीरों की भूमि चित्तौड़गढ़ पहुंचे जहां उन्होनें परिवार के साथ ऐतिहासिक महत्व के किले का भ्रमण किया और विश्वविख्यात चित्तौडगढ़ दुर्ग के बारे में जानकारी हासिल की. चित्तौडगढ़ पहुंचने पर जिले के कलेक्टर ताराचंद मीणा और पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) का स्वागत किया.


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'भारत का इतिहास पूरी दुनिया में मशहूर'
दुर्ग पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 'भारत का इतिहास पूरी दुनिया में मशहूर है. हमलोग किताबों में तो इसे पढ़ते ही हैं. लेकिन मुझे लगता है कि पढ़ने के साथ-साथ हमें अपने पूर्वजों, वीर योद्धाओं का इतिहास और उसके बचे हुए अवशेषों को भी देखना चाहिए और दिखाना भी चाहिए. हमें इतिहास से बहुत सारी चीजें समझने का मौका मिलता है, जिससे भविष्य की कई चीजों पर इसका प्रभाव भी पड़ता है.'


सीएम ने कहा कि 'यह दुर्ग यहां के लोगों की मेहनत और कर्मठता का जीता जागता सबूत है. उन्होनें कहा कि वह कई बार ऐसी जगह पर जा चुके हैं और इतिहास की चीजों को समझने की कोशिश करते हैं.'


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'किसी फिल्म के प्रभाव से यहां नहीं आया हूं'
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं किसी फिल्म के प्रभाव से यहां नहीं आया हूं, बल्कि हमारे इतिहास में हमारे सामने लोगों ने जो साक्ष्य छोड़ रखे हैं, उसको देखने की चाहत से यहां आया हूं.' सीएम ने कहा कि वो पहली बार चित्तौड़गढ़ आए हैं. सोरेन के पूरे परिवार ने चित्तौडगढ़ दुर्ग के कुम्भा महल, विजय स्तम्भ, कालिका माता मन्दिर, पद्मिनी महल आदि विभिन्न स्मारकों का अवलोकन कर गाइड से इतिहास की जानकारी ली. इस दौरान सीएम ने खुद अपने कैमरे से कई सारी तस्वीरें उतारी और परिवार के सदस्यों के साथ किले के अंदर कई तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद किया. 


कालिका मंदिर के किए दर्शन
सीएम ने कालिका माता मन्दिर में दर्शन भी किए. इस दौरान प्रोटोकॉल के अनुसार शहर में पूरे मार्ग पर पुलिस तैनात रही और आम पर्यटकों को कुछ देर के लिए दुर्ग में आने से रोक दिया गया, फिर सीएम के काफिले के गुजरने के बाद पर्यटक किले में प्रवेश कर पाए.


(इनपुट-दीपक)