रांचीः Ranchi Politics: निर्वाचन आयोग ने हेमंत सोरेन को 80 डिसमिल पत्थर खनन पट्टा मामले में नोटिस दिया है. जिसमें कहा गया है कि उन्‍होंने अपने नाम पर खान लीज ले रखी है. यह जनप्रतिनिधित्‍व अधिनियम की धारा 9ए के तहत उन्‍हें अयोग्‍य ठहरा सकता है. इस मामले में अपना पक्ष रखने के लिए हेमंत सोरेन ने अबतक चुनाव आयोग से करीब डेढ़ माह का समय लिया है. इस पर सांसद संजय सेठ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा कि आखिर एक बार फिर से मोहलत मिल गई है, लेकिन तारीक पे तारीख का यह सिलसिला कब तक जारी रहेगा. निर्वाचन को स्पस्टीकरण देने में डिले राजनीत नहीं करनी चाहिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हेमंत सोरेने को स्पस्टीकरण देने में आखिर क्यों लग रहा समय
रांची लोकसभा सांसद संजय सेठ ने निर्वाचन आयोग के तरफ से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक बार फिर से तारीख मिलने पर कहा कि आखिर हेमंत स्पस्टीकरण देने से सोरेन क्यों बच रहे हैं. राज्य की जनता चाहती है दूध का दूध पानी का पानी हो जाए. तारीख पे तारीख का सिलसिला कब तक जारी रहेगा. हम को नहीं तो जनता को जरूर बताएं, राज्य की जनता का जानने का पूरा अधिकार है. आखिर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सफाई क्यों नहीं दे पा रहे हैं और उन्हें अपना स्पष्टीकरण देने में इतना समय क्यों लग रहा है.


कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता हो चुके है हताश
संजय सेठ ने देश भर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के विरोध में कहा कि कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दोनों हताश हो चुके हैं आखिर ईडी कार्रवाई नहीं करेगी और एजेंसियां अपना काम नहीं करेंगे. दो हजार करोड़ के घोटाले का मामला है तो राहुल गांधी आते और अपना स्पष्टीकरण देकर चले जाते. इसको रोड शो में बदलने की क्या जरूरत है.


ये भी पढ़िए - Khelo India Youth Games 2022: दर्जी के बेटे ने खेलो इंडिया में जीता मेडल, जानिए अरशद का कतरन सिलने से साइक्लिंग स्टार बनने तक का सफर