देवघर: देवघर में लगातार बढ़ते क्राइम और जनता की शिकायतों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए देवघर एसपी ने एक नायाब तरीका निकाल लिया है. . यहां पुलिस हेल्प का गठन सभी थानों में कर दिया गया है.  जिसकी मॉनिटरिंग खुद देवघर एसपी करेंगे. अगर आप थाने में FIR या शिकायत करने जाते है तो अब आपको थाना के द्वारा एक कंप्यूटर कृत रसीद दी जाएगी और 7 दिन के अंदर आपकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा इसकी मॉनिटरिंग  खुद देवघर एसपी करेंगे. 


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आपकी सेवा में रहेगी देवघर पुलिस
एसपी कार्यालय में 7 दिनों के बाद उस व्यक्ति के पास फोन जाएगा और आपसे पूछा जाएगा कि आप के केस पर क्या कार्रवाई हुई है. आप पुलिस के व्यवहार से कितने संतुष्ट है. इस पहल से जनता और पुलिस के बीच एक बेहतर संबंध बनेगा और पुलिस को इनपुट भी मिलते रहेंगे बेखौफ होकर लोग अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे और घूसखोरी पर भी लगाम लगेगी. आपकी कोई शिकायत है. आप थाने में एफ आई आर दर्ज करना चाहते है.  तो बेहिचक होकर किसी भी थाने में चले जाइए देवघर पुलिस आपकी सेवा में रहेगी. 


अपनी छवि बदलना चाहती है खाकी
बदनाम हो चुकी खाकी अब अपने छवि को बदलना चाहती है. देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट ने इसकी शुरुआत की है.  देवघर जिले के सभी थानों में पुलिस हेल्प का गठन किया गया नगर थाने से देवघर एसपी ने इसकी शुरुआत भी की है.  देवघर एसपी की माने  तो लोग थाना आने से डरते है. इसके अलावा किसी भी अपराधिक घटना की सूचना एक आम व्यक्ति के पास होने के बावजूद भी पुलिस को इसकी सूचना नहीं देते क्योंकि खाकी का रौब और इसकी गलत छवि लोगों को थाना आने से रोकती है.  इसके अलावा FIR और अन्य शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई नहीं होने से पुलिस के प्रति लोगों की धारणा भी गलत बनी है. 


पुलिस हेल्प का किया गठन
इन सभी बिंदुओं पर बारीकी से अध्ययन करने के बाद पुलिस हेल्प का गठन किया गया है. अब कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत और FIR थाने में दर्ज कर आएगा और कंप्यूटर कृत एक पावती रसीद इन्हें दी जाएगी. रसीद मिलते ही इसकी सूचना देवघर एसपी कार्यालय पहुंच जाएगी. 7 दिन के अंदर यथासंभव इनके समस्याओं का निराकरण किया जाएगा देवर ने कहा कि 7 दिन के बाद देवघर एसपी कार्यालय से शिकायतकर्ता के पास फोन जाएगा और उनसे पुलिस कर्मियों के व्यवहार और केस की रिपोर्ट का फीडबैक लिया जाएगा. इसके अलावा सुभाष चंद्र बोस ने लोगों से आग्रह किया है कि कुछ ऐसे मामले होते हैं, जिस पर 7 दिनों में कार्रवाई संभव नहीं है.  ऐसे में यह तारीख आगे भी बढ़ सकती है. 


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