रांची: Ranchi Violence: रांची में शुक्रवार को हुई हिंसा पर बीजेपी नेता और पूर्व मुख्मयंत्री रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन का इस्तीफा मांगा है. उन्होंने कहा कि ये झारखंड को शर्मसार करने वाली घटना है. लेकिन सीएम को जानकारी होने के बावजूद उन्होंने किसी तरह की कार्रवाई नहीं की.


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हिंसा के 24 घंटे बाद क्यों नहीं हुई गिरफ्तारी? 
रघुवर दास ने कहा कि सत्तापक्ष के लोग उपद्रवियों का समर्थन कर रहे हैं और घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, जो राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है.


केंद्र के अलर्ट के बावजूद क्यों हुई लापरवाही?
पूर्व सीएम ने कहा कि यह घटना सरकार की विफलता को दिखाती है, जब भारत सरकार ने भी सभी राज्य सरकारों को अलर्ट रहने के निर्देश दिया था तो बावजूद झारखंड सरकार ने कोई तैयारी नहीं की थी. 


'राष्ट्रविरोधी शक्तियों का मनोबल बढ़ाते हैं सीएम हेमंत'
उन्होंने कहा कि सरकार वोटबैंक के चलते इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा देती है, जो राष्ट्रीय विरोधी शक्तियां है, उनके मनोबल बढ़ाने का काम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कर रहे हैं.


'वोटबैंक के चलते लगा कर्फ्यू'
रघुवर दास ने कहा कि खूंटी और लोहरदगा मे जो घटनाएं हुईं थी उनके आरोपियों पर सरकार ने केस वापस लेने का काम किया था, लोहरदगा में कार्रवाई करनी चाहिए तो सरकार ने एसपी का ही तबादला करवा दिया. वोट बैंक के चलते लगातार लोहरदगा में कर्फ्यू लग रहा है. 


बीजेपी नेता ने कहा, 'मुझे लगता है जब हमारी सरकार थी तो विरोधी लोगों पर कार्रवाई करती थी लेकिन आज की सरकार उनको बढ़ावा देती है.


'घटनाओं पर राजनीति कर रही राज्य सरकार'
वहीं, सत्तापक्ष के द्वारा इस तरह की घटनाओं को लेकर भाजपा पर आरोप लगाने वाले बयान पर रघुवर दास ने जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं पर राज्य सरकार राजनीति ना करें, जो दोषी हैं उस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. हमारे कई पुलिसकर्मी और मंदिर में मौजूद पुजारी घायल हुए हैं.


शांति की अपील
रघुवर दास ने राज्यवासियों से अपील की है कि यह झारखंड हेमंत सोरेन का नहीं है. झारखंड उनका है. अमन शांति बनाए रखें. अगर इस तरह से राष्ट्र विरोधी लोग कहीं काम कर रहे हैं तो उसकी जानकारी राज्य पुलिस को दें.


(इनपुट-आशीष कुमार तिवारी)