रांचीः Ranchi Violence: रांची में शुक्रवार को उपद्रव व हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस के आला अधिकारियों ने बड़ी सूझबूझ के साथ कार्य किया.पुलिस द्वारा बनाए गए नियमों की वजह से हिंसा की आग राजधानी में पूरी तरह नहीं फैल पाई. बस कुछ ही इलाकों में इसका प्रभाव देखने को मिला. रांची के हालात अब सुधर रहे, तो कुछ लोग है कि पुलिस की कार्यशैली पर बयान करने से बाज नहीं आ रहे हैं, उन्हीं में से एक जामताड़ा के विधायक डॉ.इरफान अंसारी है. इधर, सनातन उत्सव समिति ने विधायक डॉ. इरफान अंसारी के बयान का विरोध किया और पुलिस के खिलाफ अपने शब्दों को वापस लेने की बात कहीं.
विधायक अपने विचारों में करे सुधार
सनातन उत्सव समिति के सदस्यों ने कहा कि रांची में विशेष समुदाय द्वारा उपद्रव मचाने और उसे रोकने का सफल प्रयास करने वाले पुलिस कप्तान संग वरीय अधिकारियों के कार्यो की सराहना की गई. इसके साथ ही जामताड़ा विधायक डा. इरफान अंसारी द्वारा पुलिस अधिकारियों पर सवाल खड़े करना गलत है. समिति ने विधायक से अपने विचारों में सुधार करने की नसीहत दी. 
अशांत होने की कगार पर है झारखंड
सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह ने कहा कि इरफान अंसारी जैसे लोगो की वजह से झारखंड प्रदेश अशांत होने की कगार पर है. इसके मुख्य सूत्रधार इरफान और इरफान जैसे लोग हैं. ऐसे लोग जिन्हें हर वर्ग हर समुदाय के लोगो का जनमत प्राप्त कर जनप्रतिनिधि बने हैं, एक जनप्रतिनिधि द्वारा जिला पुलिस के खिलाफ बयान देना अशोभनीय है. सनातन उत्सव समिति इसकी घोर निंदा करती है. उन्हें चेतवानी देती है कि समय रहते अपने बयानों में सुधार लाएं, अन्यथा इसका माकूल जबाब देने के लिये हिन्दू योद्धाओं ने कमर कस लिया है.


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अप्पू तिवारी ने इरफान पर साधा निशाना
अप्पू तिवारी ने कहा कि अनुकंपा से बने विधायक इरफान अंसारी जैसे लोग, जिनकी अपनी कोई जमीन नहीं है, लेकिन पिता की विरासत संभाले इरफान अपने बयानों के वजह से सदैव चर्चा में रहते हैं. हिंदू और हिंदुत्व के खिलाफ आस्था रखने वाले लोगों का सामाजिक बहिष्कार हो. खासकर राज्य के पुलिस अधिकारियो के खिलाफ बयान देकर अपने विचारों का परिचय दिया है.


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