रांची : वज्रपात झारखंड के जिलों में कहर बनकर टूट रहा है. बता दें कि 3 दिनों में राज्य में 2 दर्जन से अधिक लोगों की इस वजह से मौत हो चुकी है. वज्रपात की घटना के मामले में झारखंड राज्य छठे स्थान पर पहुंच गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें कि झारखंड में तीन दिनों में 2 दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत वज्रपात की वजह से हुई है. झारखंड राज्य में वज्रपात लोगों के लिए कहर बनता जा रहा है. झारखंड में मानसून दस्तक देने से पहले ही राज्य के जिलों में बारिश और तेज हवाओं के साथ वज्रपात अपना कहर दिखा रहा है. 


झारखंड के कई जिलों में लगातार बारिश के साथ वज्रपात की चपेट में आने से लगातार लोगों की मौत हो रही है. वहीं मौसम विभाग ने राज्य में हाई अलर्ट जारी करते हुए लोगों को बिना काम का बारिश के समय घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है. मौसम विभाग के अधिकारी का कहना है कि मानसून के दस्तक देने से पहले ही झारखंड के जिलों में बारिश और वज्रपात अपना तांडव दिखा रहा है. इन घटनाओं को लेकर लगातार विभाग गंभीर है और लोगों को इसे बचाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.


इसको लेकर लोगों से भी जागरूक रहने की अपील की जा रही है. इन दिनों मे ज्यादा आसमान से जमीन पर बिजली के गिरने की घटना बढ़ जाती है. एक नया कदम लिया गया है कॉमन यैलो अलर्ट के तहत सचेत के दौरान कुछ घंटों पहले अलर्ट तमाम जिलों में इसको लेकर किया जाता है कि आपके जिले में वज्रपात की संभावना है. इसे आप लोगों के बीच अलर्ट कर दें. 


ये भी पढ़ें- Agneepath protest: उपमुख्यमंत्री रेणु देवी समेत भाजपा के 10 विधायकों को मिली ‘वाई’श्रेणी की सुरक्षा


इस अभियान के दौरान कुछ घंटे पहले तमाम जिलों में सभी अधिकारी के पास मैसेज चला जाता है और उन्हें अपने जिले में लोगों तक सोशल मीडिया के माध्यम से इस अलर्ट को पहुंचाने का काम किया जाता है. बावजूद लोग अभी भी बारिश और वज्रपात के दिनों में बाहर निकल जाते हैं. इसको लेकर विवाद लगातार लोगों से जागरूक होने की अपील कर रही है. बता दें कि बीते साल 2021-22 राज्य में 4,39,828 वज्रपात की घटनाएं हुई थी.