Bihar News: स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल, अस्पताल की छतों से टपक रहा बारिश का पानी, 3 साल पहले करोड़ों की लागत से हुआ था तैयार
Bihar News: बिहार में बीते 2ड3 दिनों से हो रही बारिश ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल दी है. सुपौल के त्रिवेणीगंज के अनुमंडलीय अस्पताल में बारिश का पानी टपकने से महिला बंध्याकरण का ऑपरेशन बाधित हो गया. ये अस्पताल तीन साल पहले करोड़ों की लागत से बनकर तैयार हुआ था.
सुपौलः तीन दिनों से हो रही छिटपुट बारिश ने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. दरअसल, यह मामला त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल का है. जहां करोड़ों रुपए की लागत से करीब ढाई तीन वर्ष पहले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज भवन का निर्माण किया गया था. इधर तीन दिनों की छिटपुट बारिश में अस्पताल भवन में कई जगह छत टपकने लगा है.
जिसके चलते इसका व्यपक प्रभाव मरीजों के इलाज पर पड़ने लगा है. ओटी रूम और एक्सरे रूम में बारिश का पानी छत से टपकने के कारण महिला बंध्याकरण ऑपरेशन को टाल दिया गया है. बताया गया कि गुरुवार की शाम को परिवार नियोजन के लिए अस्पताल में भर्ती किये गए 14 महिला मरीजों का ऑपरेशन कैंसिल कर दिया गया है. जिसके बाद मरीज एवं उनके परिजनों में काफी नाराजगी देखी गई.
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लोगों ने बताया कि वे सुबह सबेरे ही अस्पताल पहुंच गए थे. शाम को डॉक्टर द्वारा कहा गया कि ओटी रूम में पानी टपक रहा है जिसके चलते परिवार नियोजन का ऑपरेशन नहीं होगा. जानकारी दी गयी कि अब यह ऑपरेशन शनिवार को होगा. जाहिर सी बात है कि यह बात सुनने के बाद महिलाओं और उनके परिजनों में काफी मायूसी हो गई और सभी मरीजों को रात में निराश होकर अपने घर लौटना पड़ा.
अब सवाल उठता है कि करोड़ों की लागत से बनी अस्पताल भवन बारिश के कारण मरीजों को स्वास्थ्य सेवा देने में कब तक अक्षम रहेगी. जब तीन दिन की छिटपुट बारिश में अस्पताल भवन का यह हाल है तो अत्यधिक बारिश में क्या हाल होगा यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और सरकार को निश्चित रूप से इस दिशा में पहल करनी चाहिए. ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की सरकारी घोषणा को चरितार्थ किया जा सके.
ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ उमेश कुमार ने कहा कि परिवार नियोजन का ऑपरेशन नहीं होने से नाराज सभी महिलाओं की भीड़ इकट्ठी रही. उन्हें शाम में बताया गया कि ओटी में बारिश का पानी टपकने के कारण ऑपरेशन नहीं होगा. इसलिए ये सभी लोग नाराज हैं.
मालूम हो कि बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड पटना के अधीन 14 करोड़ 32 लाख 56 हजार 342 रुपये की लागत से 75 बेड के अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज के भवन का निर्माण करीब ढाई 3 वर्ष पूर्व कराया गया है. लेकिन तीन दिनों की छिटपुट बारिश ने भवन निर्माण में बरती गई अनियमितता एवं गुणवत्ता की पोल खोल कर रख दिया है. बारिश में अस्पताल के एक्सरे रूम, ओटी रूम और इमरजेंसी ओटी रूम सभी जगह छत से बारिश का पानी टपक रहा है. जिसके चलते स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो गई है.
इनपुट- सुभाष चंद्रा, सुपौल