Kaimur News: पूर्व MP अश्विनी चौबे के फंड से बन रहा था गांव का द्वार, ढलाई के दौरान सटरिंग टूटने से 5 मजदूर घायल
Kaimur News: घायलों में गर्रा गांव के छांगूर राम तथा रामगढ़ थाना क्षेत्र के सहूका गांव के रहने वाले सुग्रीम बिन्द, गुड्डू राम, रंजन कुमार, और हनुमान कुमार के अलावा दो अन्य भी घायल हैं.
Kaimur News: कैमूर जिले के नुआंव थाना क्षेत्र के गर्रा गांव के पास चंडी मां का मुख्य गेट निर्माण कार्य चल रहा था. गेट की ढलायी के दौरान बड़ा हादसा हो गया. बताया जा रहा है कि ढ़लाई कार्य के दौरान अचानक सेंटरिंग टूट जाने से उस पर चढ़कर कार्य कर रहे 7 मजदूर घायल हो गए. जिनमें से 5 मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है. सभी घायलों को इलाज के लिए नुआंव के सरकारी अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक इलाज के बाद 5 मजदूरों को सदर अस्पताल भभुआ रेफर कर दिया. पांचों घायल को एंबुलेंस की सहायता से भभुआ सदर अस्पताल लाया गया. यहां चिकित्सक द्वारा सभी घायलों का इलाज किया जा रहा है.
गेट निर्माण कार्य में लगे मजदूर बताते है कि नुआव थाना क्षेत्र के गर्रा गांव में मां चंडी के गेट का निर्माण कार्य के दौरान यह हादसा हुआ है. घायलों में गर्रा गांव के छांगूर राम तथा रामगढ़ थाना क्षेत्र के सहूका गांव के रहने वाले सुग्रीम बिन्द, गुड्डू राम, रंजन कुमार, और हनुमान कुमार के अलावा दो अन्य भी घायल हैं. जिनका इलाज नुआंव अस्पताल मे चल रहा है. पांच घायलों का भभुआ सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. प्रत्यक्ष दर्शियों की माने तो जैसे ही यह हादसा हुआ अफरा तफरी मच गई. मलबे में कई लोग दब गए. ग्रामीणों के सहयोग से मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला गया और तत्काल अस्पताल भिजवाया गया. खास बात ये है कि इस गेट का निर्माण पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के फंड से किया जा रहा था.
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उधर सासाराम के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धुआं गांव के पास नहर में चार बच्चियों डूब गई है. इसके बाद धुंआ गांव में कोहराम मच गया है. डूबने वाले बच्चियों में सभी कक्षा 7 और 8 की छात्राएं हैं. बताया जाता है कि मुन्ना सिंह की दो पुत्री बिट्टू कुमारी तथा बिपाशा कुमारी, पूर्णमासी सिंह की एक पुत्री पूजा कुमारी तथा धनजीत सिंह की पुत्री रिमझिम कुमारी मध्य विद्यालय मोहदीगंज से जब लौटी तो उसके बाद गांव पहुंचने पर नहर के पानी में हाथ-पांव ढोने लगी. इसी दौरान पांव फिसलने से यह हादसा हुआ है. बताया जाता है कि पास हीं एक बुजुर्ग चरवाहा ने जब शोर मचाया तो लोग इकट्ठा हुए. तब तक एक दूसरे के बचाने के सिलसिले में चारों बच्चियों डूब गई. मौके पर पुलिस पहुंची हुई है. लेकिन फिलहाल रेस्क्यू काम शुरू नहीं हुआ है. नहर के पानी को रोक दिया गया है. देररात तक लड़कियां नहीं मिल सकीं थीं. बता दें कि चारों बच्चियों के चप्पल तथा कलम नहर किनारे ही मिली हैं.
रिपोर्ट- मुकुल जायसवाल