कैमूर : कैमूर जिले के भभुआ सदर अस्पताल में बने एक साल के अंदर ही सड़क टूट गई है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी परेशानी हो रही है. यह सड़क खराब गुणवत्ता और भ्रष्टाचार का शिकार हो गई है. कई बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है जब गंभीर मरीजों को स्ट्रेचर पर ले जाना पड़ता है, क्योंकि टूटी सड़क में जगह-जगह गड्ढे और बारिश के मौसम में पानी भर जाता है.


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सिविल सर्जन डॉक्टर मीना कुमारी ने बताया कि इस सड़क का निर्माण बीएमएसआईसीएल द्वारा 2023 के शुरुआत में किया गया था. उन्होंने कई बार विभाग को पत्र लिखा और शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने यह भी कहा कि सड़क की गुणवत्ता बहुत खराब थी, जिस वजह से यह जल्दी टूट गई. एंबुलेंस चलने से सड़क में और भी दरारें आ गईं. ओदार गांव के कौशल जायसवाल, जो भभुआ सदर अस्पताल आए थे. उन्होंने कहा कि यह सड़क एक साल पहले ही बनी थी, लेकिन अब जगह-जगह टूट चुकी है. बारिश के मौसम में पानी जमा हो जाता है, जिससे गुजरना बहुत मुश्किल हो जाता है. उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण में जो पैसा खर्च हुआ है, उसका सही उपयोग होना चाहिए था.


इसके अलावा पंची गांव के मुन्ना शाह ने भी अपनी परेशानी बताई. उन्होंने कहा कि दवा लेने के लिए अस्पताल आने पर उन्हें टूटी सड़क और जमा पानी से गुजरना पड़ता है. सड़क दो महीने भी नहीं चली और टूट गई. उन्होंने सरकार से अपील की कि सड़क का निर्माण अच्छे तरीके से हो ताकि मरीजों और उनके परिजनों को कोई परेशानी न हो. साथ ही सरकार ने सड़क बनाने के लिए राशि जारी की थी, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही और घटिया सामग्री के कारण सड़क जल्दी खराब हो गई. इसका सीधा असर जनता पर पड़ा है, जिन्हें अस्पताल जाने में बहुत तकलीफ हो रही है. सड़क की हालत सुधारने के लिए सरकार और संबंधित विभाग को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जनता को राहत मिल सके और सरकारी पैसे का सही उपयोग हो सके.


इनपुट-  नरेंद्र जायसवाल


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