Bihar News: कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम के ऊपर यौन शोषण के मामले में पीड़ित के पिता ने कहा- डरा धमका कर लगवाया सुलहनामा
Kaimur News: बीती 8 अप्रैल को कुदरा थाना में नाबालिक के अपहरण और यौन शोषण का मामला दर्ज था. जिसमें सासाराम संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम और उनके बेटे को नामजद आरोपी बनाया गया था. पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
कैमूरः Kaimur News: बीती 8 अप्रैल को कुदरा थाना में नाबालिक के अपहरण और यौन शोषण का मामला दर्ज था. जिसमें सासाराम संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी मनोज राम और उनके बेटे को नामजद आरोपी बनाया गया था. पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. लेकिन मनोज राम पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पुलिस के अनुसार मामला अंडर इन्वेस्टिगेशन है. वहीं एफआईआर करने वाले नाबालिग के पीड़ित पिता ने कहा कि मुझे डरा धमका कर जबरदस्ती सुलहनामा लगवा दिया. मुझे इतना डराया जा रहा है कि मैं घर से बाहर नहीं निकल पाता हूं. मेरे घर का दरवाजा भी पीटा जा रहा है. मैं दहशत में हूं. मेरी जान को भी खतरा है. वहीं मनोज राम इन सारे आरोपों को बेबुनियाद और राजनीतिक साजिश बता रहे हैं. उनका कहना है कि जनता इसका जवाब देगी.
पीड़ित पिता ने बताया कि मैं कोर्ट और थाने में मनोज राम और उनके बेटे पर केस किया है. मेरी बेटी के साथ इन लोगों द्वारा गलत किया जा रहा है. जिसका एविडेंस सिडी और फोटो है. जिस दिन से मनोज राम के बेटे उज्जवल की गिरफ्तारी हुई है. उस दिन से मुझे काफी डराया और धमकी मिलने लगी है. मुझे भभुआ से चंदौली ले जाया गया. उनके द्वारा होटल में रखा गया. उसके बाद सुलहनामा पर साइन करवाया गया, जो कि मैं स्वेच्छा से नहीं किया है. उनके द्वारा यह सब काम जबरदस्ती कराया गया. उन लोगों द्वारा धमकी दी जाती थी कि तुमको हम घर से उठा लेंगे. तेरे ऊपर इतने केस ठोक देंगे कि तुम परेशान हो जाओगे.
उन्होंने आगे बताया कि मैं अपने वकील से भी नहीं मिल पा रहा था. उन लोगों के दबाव से इतना थक गया था कि मैं कहीं का नहीं रह गया, 9 मई को कोर्ट में तारीख थी और इधर मेरे मम्मी-पापा से मेरे बारे में पूछ कर धमकी दे रहा था. मुझे मिल रही धमकियों को लेकर पहले पुलिस को सूचना दी थी. थाने पर आरोपियों को बुलाया भी गया था. उन आरोपियों द्वारा स्वीकार भी किया गया था कि धमकी दी गई है. लेकिन कुदरा थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, इसलिए अब पुलिस में शिकायत नहीं की.
हम चाहते हैं कि मेरी बेटी के साथ जो गलत हुआ है उसका न्याय मिलना चाहिए. मेरी जान को बहुत खतरा है. मैं बहुत तकलीफ में हूं. मेरे पास पूरी घटनाक्रम का सबूत है. उस आधार पर जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए. मेरी बेटी नाबालिग है. मेरी प्राथमिकी भी इस सबूत के आधार पर दर्ज करी गई थी. मैं स्वेक्षा से कंप्रोमाइज नहीं किया हूं. मुझे जबरदस्ती कराया गया है. डरा धमका कर. मेरी बेटी मनोज राम के स्कूल में ही पढ़ती थी. 2 साल से ठीक थी. लेकिन एक साल से मेरी बेटी को पूरी तरह से गुमराह कर गलत फायदा उठाया गया.
यौन शोषण के आरोपों पर बोले कांग्रेस सांसद प्रत्याशी मनोज राम सारे मामले न्यायालय में चल रहे है. इन सभी आरोपों पर जनता जवाब देगी. प्रत्यक्ष के आगे प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है. मैं यही का बेटा हूं. चुनाव में राजनीतिक रंजिश लेने के लिए बीजेपी कुछ भी कर सकती है. सारे मामले कानून में चल रहे हैं. कानून स्पष्ट कर देगा कि कौन दोषी है और कौन नहीं है. आप इस मुद्दे को छोड़िए.
इनपुट- मुकुल जायसवाल