कटिहार: बिहार के कटिहार जिले के बारसोई प्रखंड के भवानीपुर पंचायत में खेत में बाघ होने की सूचना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. वहीं मुख्य सड़क से बाघ को खेत की ओर जाते देख पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद नजरुल उर्फ बाईसु हक्का-बक्का हो गए तथा बाघ है, बाघ है शोर मचाने लगे. छोटे-छोटे बच्चों को इधर मत आने दो. तब तक बाघ पटवा के खेत में चला गया. जैसे ही बाघ की सूचना अगल-बगल के गांव में फैली लोग मलिकपुर भवानीपुर मुख्य सड़क पर सैकड़ों की संख्या में पहुंचने लगे तथा सभी के हाथों में लाठी डंडा था.


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वहीं स्थानीय लोग बाघ की सूचना माइक के जरिए लोगों तक पहुंचा रहे थे कि अपने-अपने घरों में रहे , बच्चे के साथ घर से बाहर न निकले क्योंकि बाघ किसी ओर भी भाग सकता है. दर्जनों ग्रामीणों ने बाघ को पकड़ने के लिए घेराबंदी भी किया तथा पटवा के खेत में लाठी डंडे से खोजने लगे. जिसमें सड़क किनारे के पटवा भी पूरी तरह से टूट चुका है लेकिन बाघ नहीं मिला. ग्रामीणों में दहशत का माहौल अभी भी है. वहीं इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि मोहम्मद नजरुल उर्फ बाईसु ने बताया कि पटवा काट रहा था जैसे ही सड़क से घर की ओर जा रहे थे. तो देखा कि बाघ सड़क पार कर रहा था , जिसको अपनी नजर से देखा हूं.


मोटरसाइकिल का हॉर्न बजाने के बाद ही बाघ खेत की ओर भागा है. तब से लगातार स्थानीय ग्रामीण बाघ की खोज में लगे हुए हैं लेकिन अभी तक नहीं मिली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 1 वर्ष पहले भी इसी खेत के पास नीलगाय देखा गया था. उस समय ग्रामीणों द्वारा पकड़ने की कोशिश किया गया था लेकिन नहीं पकड़ पाया था. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि पश्चिम बंगाल सटे हुए रहने के कारण इस तरह के जानवर का इधर पलायन होता है.


इनपुट- रंजन कुमार


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