बिहार : किशनगंज में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल, एक स्वर में पाकिस्तान को ललकारा
देशभक्ति का जज्बा लिए लोगों का यहां तक कहना है कि आतंकियों के सफाया के लिए वे बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार हैं.
किशनगंज : नार्थ ईस्ट के सात राज्यों का मुख्य प्रवेश द्वार है बिहार का किशनगंज, जो मुस्लिम बहुल जिला है. किशनगंज की खूबसूरती है इसकी गंगा-जमुनी तहजीब, अनेकता में एकता और आपसी भाईचारा. इस वक्त भारत-पाकिस्तान की सीमा पर तनाव का माहौल है. किशनगंज की जनता ने देश की सेना को सलाम कर आपसी भाईचारा बनाए रखने की कसम खायी है. साथ ही पाकिस्तान को ललकारा भी है.
किशनगंज जिला बांग्लादेश और नेपाल की सीमा से सटा हुआ है. देशभक्ति का जज्बा लिए लोगों का यहां तक कहना है कि आतंकियों के सफाया के लिए वे बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि हर परिस्थति में तन, मन और धन से देश की सेवा के लिए तैयार हैं. साथ ही लोग यह भी कहते हैं कि आतंकवादियों को सबक सिखाने का यही मौका है, जिससे कि आने वाली पीढ़ी चैन से बेहतर जीवन जी सके.
किशनगंज के दुकानदारों में देश प्रेम की झलक ऐसा है कि दुकानों में उन्होंने किसी भी परिस्थिति में मदद के लिए पोस्टर चिपका रखा है. वह चाहते हैं कि अगर युद्ध की स्थिति बनती है तो आपात स्थिति में हर संभव मदद के लिए तैयार रहें.
वहीं, जिले के मुस्लिम समाज के लोगों का भी कहना है कि हम देश की सेना के साथ खड़े हैं. सबसे पहले हमारा देश है. देश के लोगों की रक्षा करना हमारा सबसे पहला कर्तव्य है. साथ ही कहा कि हमारे लहु की जरुरत पड़ी तो सबसे पहले देने के लिए तैयार हैं. आतंकवादियों को पाकिस्तान में घुसकर चुन-चुन कर मारने की जरुरत है.
आज देश की जनता पाकिस्तान से आतंकवाद को जड़ से सफाया करने के लिए एक साथ सभी एक पटरी पर खड़े हैं. इस दौरान देश की जनता किसी भी परिस्थति में एक रहने का भी संकल्प ले लिया है. साथ ही वह कह रहे हैं कि आवाज दो हम एक थे और एक रहेंगे.