Kishanganj Lok Sabha Seat: ओवैसी की पार्टी AIMIM के कैंडिडेट अख्तरुल ईमान ने किया नामांकन, महागठबंधन में मची खलबली!
Bihar Lok Sabha Election 2024: किशनगंज लोकसभा सीट पर दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. जिसे लेकर नामांकन प्रक्रिया जारी है. एआईएमआईएम बिहार के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान सैकड़ों समर्थकों के साथ किशनगंज समाहरणालय पहुंचे और नामांकन के लिए पर्चा दाखिल किया. इस मौके पर अख्तरुल ईमान ने लोगों से जीत के लिए दुआ की अपील की.
Bihar Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 का चुनावी मैदान सज चुका है. सभी सियासी पार्टियां चुनाव मोड में बैटिंग कर रही हैं. इन सबके के बीच पहले पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. अब दूसरे चरण की नामांकन प्रक्रिया चल रही है. यह भी 4 अप्रैल, 2024 दिन गुरुवार को समाप्त हो जाएगी. बिहार में लोकसभा चुनाव के लिए कैंडिडेट नामांकन कर रहे हैं, और 3 अप्रैल, 2024 दिन बुधवार को किशनगंज लोकसभा सीट से AIMIM के अख्तरुल ईमान ने नामांकन दाखिल किया.
किशनगंज लोकसभा सीट पर दूसरे चरण यानी 26 अप्रैल को वोटिंग होगी. जिसे लेकर नामांकन प्रक्रिया जारी है. एआईएमआईएम बिहार के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान सैकड़ों समर्थकों के साथ किशनगंज समाहरणालय पहुंचे और नामांकन के लिए पर्चा दाखिल किया. इस मौके पर अख्तरुल ईमान ने लोगों से जीत के लिए दुआ करने की अपील की. उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों के साथ हकमारी हुई है और लोगों की उम्मीद एआईएमआईएम से बढ़ी है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों और दलितों के साथ जो हकमारी हुई है, उसके खिलाफ आवाज बनकर लोकसभा जाना चाहता हूं.
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अख्तरुल ईमान ने आगे कहा कि बिहार में यह इलाका सबसे गरीब है और यहां सर्वाधिक पलायन की समस्या है. उन्होंने कहा कि दिल्ली और पटना में बैठे लोगों ने सीमांचल के साथ हकमारी की है. अख्तरुल ईमान ने बीजेपी-जेडीयू पर देश को लूटने का आरोप लगाया. इस दौरान वह मुस्लिम कार्ड खेलने से भी नहीं चुके और बीजेपी पर मस्जिद तोड़ने का आरोप लगाया. गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव में अख्तरुल ईमान तीसरी बार किस्मत आजमा रहे है. बीते साल 2019 के चुनाव में वह तीसरे नंबर पर थे.
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दरअसल, एआईएमआईएम बिहार में 15 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है. ओवौसी की पार्टी के बिहार में चुनाव लड़ने से महागठबंधन में खलबली मची हुई है. सियासी हलकों में चर्चा हो रही है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के बिहार में लोकसभा चुनाव लड़ने से एनडीए को फायदा हो सकता है. इसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि साल 2020 के बिहार विधानसभा में एआईएमआईएम चुनाव लड़ी और पांच सीट पर जीत हासिल की थी. इतना ही नहीं पिछले लोकसभा चुनाव में भी ओवैसी की पार्टी बिहार में चुनाव लड़ी थी. तब भी तर्क दिया गया था कि एनडीए को सीधा इसका फायदा पहुंचा, क्योंकि एनडीए ने बिहार की 40 में 39 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी.
रिपोर्ट: अमित