किशनगंज: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज किशनगंज के हटातपाड़ा में एनडीए प्रत्याशी मुजाहिद आलम के पक्ष में चुनावी सभा करने पहुंचे. इस दौरान लोगों को नीतीश कुमार का गुस्सा भी देखने को मिला. दरअसल अपने भाषण के दौरान सीएम जब कांग्रेस पार्टी की खिंचाई करने वाले थे तभी लाउडस्पीकर ने धोखा दे दिया. जिसके बाद लाउडस्पीकर खराब होने से गुस्साए नीतीश ने कहा क्या माइक है. नीतीश कुमार मुस्लिम समुदाय की एक अलग जाति जो शेरशाहवादी समुदाय के नाम से जाना जाता है उनके बीच सभा को संबोधित करने के दौरान पीएम मोदी की तारीफ कर कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों के विकास के लिए जो भी काम करते हैं वो विरोध नहीं करते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मेरे प्रयास से ही लालू प्रसाद यादव को बिहार के सत्ता में बैठने का मौका मिला और जब वो बिहार के लिए काम नहीं किया तो 1994 में हम उनसे अलग हो गए. उन्होंने लालू प्रसाद यादव पर परिवारवाद का हवाला देते हुए कहा कि जब कुर्सी से हटने लगे तो पत्नी को ही सीएम की कुर्सी पर बैठा दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि बीच बीच मे महागठबंधन के लोगों को मौका मैंने देता रहा लेकिन जब कोई काम नहीं किया तो मुझे हटाना पड़ा.


नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव का बगैर नाम लिए कहा कि नौकरी देने के नाम पर क्रेडिट ले रहे हैं. क्या उन्हें पता है,मैंने 2005 से 2020 के बीच आठ लाख लोगों को रोजगार दिया. सात निश्चय दो में तय हुई थी 10 लाख लोगों को नौकरी और रोजगार देंगे. जिसमें से चार लाख लोगों को नौकरी मिल गयी,एक लाख लोगों की जल्द नौकरी मिलने जा रही है जिसका काम चल रहा है. उसके बाद फिर तीन लाख लोगों को नौकरी देने का प्लान है. नीतीश ने कहा कि सरकार का साल पूरा होते होते दस लाख नौकरी पहुंच जाएगी.


इनपुट- अमित कुमार सिंह


ये भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने खूंटी लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया, बाबूलाल मरांडी समेत ये रहे मौजूद