Lakhisarai News: बिहार के लखीसराय जिले में सरकारी स्कूलों में वेंडर के माध्यम से आपूर्ति की गई बेंच डेस्क की जांच में बड़ा खेला पकड़ा गया है. जिले के करीब 400 स्कूलों में 13 करोड़ की राशि खर्च कर करीब 24 हजार बेंच-डेस्क की खरीद की गई है. डीईओ एवं उनके द्वारा गठित टीम ने स्कूलों में जाकर बेंच डेस्क की जांच की तो एक बड़ा घोटाला सामने आया है. डीईओ ने सभी वेंडरों को जुर्माने का नोटिस भेजा है. दरअसल जिले के प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और प्लस टू विद्यालयों में वेंडरों द्वारा आपूर्ति की गई बेंच-डेस्क की. जब टीम ने जांच की तो पाया कि विभाग के निर्देशानुसार विद्यालय में तीन पटरा वाला बेंच-डेस्क वेंडरों को उपलब्ध करानी थी, लेकिन इसके बदले दो पटरे की बेंच डेस्क स्कूलों में उपलब्ध कराई गई है. इस कारण उसकी गुणवत्ता में कमी पाई गई. 


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इसके साथ ही वेंडरों ने बेंच-डेस्क की संख्या में भी कमी कर दी, लेकिन बिल पूरे का दे दिया. इस मामले में आरटीआई कार्यकर्ता टुनटुन प्रसाद सिंह ने शिक्षा विभाग पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया है. इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग किया है. अब डीईओ ने आपूर्ति करने वाली आठ प्रमुख एजेंसी व वेंडर्स को जुर्माना लगाया है. जुर्माना नहीं भरने पर कार्रवाई भी की जा सकती है. 


इन लोगों को मिला था ऑर्डर


  1. रानी सती इंटरप्राइजेज

  2. फर्नीचर हाउस

  3. प्रियनंदी प्राइवेट लिमिटेड

  4. मेसर्स धर्मराज कुमार

  5. सज्जन इंटरप्राइजेज

  6. साई इंटरप्राइजेज

  7. टॉप 10 इंटरप्राइजेज

  8. एप्सोटेक सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड


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इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम ने कहा कि डेस्क आपूर्ति करने के मामले में सभी वेंडर को नोटिस के साथ पांच-पांच हजार रुपये की जुर्माना राशि जमा करते हुए दो पटरा की बेंच डेस्क को तीन पटरा में उन्नत करने का आदेश दिया गया है. 31 मई तक सभी वेंडरों को बेच-डेस्क को तीन पटरा में उन्नत करने का आदेश दिया गया है. अन्यथा सभी वेंडरों के विरुद्ध एक-एक लाख रुपये के जुर्माना के साथ-साथ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.


रिपोर्ट- राज किशोर मधुकर