चमकी बुखार पर सुनवाई को तैयार सुप्रीम कोर्ट, पटना हाईकोर्ट में भी याचिका दायर

Wed, 19 Jun 2019-3:46 pm,

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने `एक राष्ट्र, एक चुनाव` के मुद्दे पर और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.

बिहार में जारी इंसेफ्लाइटिस से 100 से ज्यादा बच्‍चों की मौत को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. 24 जून को सुनवाई की तारीख रखी गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के मुद्दे पर और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. तमाम बड़ी खबरों के लिए जी न्यूज हिंदी के साथ बने रहें.

नवीनतम अद्यतन

  • तेजस्वी यादव देश से बाहर नहीं जा सकते हैं, क्योंकि उनका पासपोर्ट प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब्त कर रखा है. ऐसे में उनकी गैरमौजूदगी को लेकर काफी चर्चा हो रही है.

  • राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता रघुवंश प्रसाद सिंह से तेजस्वी यादव की चुप्पी और गैरमौजूदगी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि तेजस्वी कहां हैं. वह यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि शायद वह क्रिकेट विश्वकप देखने गए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे ज्यादा जानकारी नहीं हैं.

     

  • बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी है. अभी तक 146 से करीब बच्चों की मौत हो चुकी है. सरकार तो घिर ही रही थी, लेकिन अब विपक्ष भी निशाने पर है. वजह है बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की चुप्पी.

  • याचिका में इस रिपोर्ट को तत्काल प्रभाव से लागू करने की मांग और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई है.

  • याचिका में कहा गया है कि इंसेफ्लाइटिस को लेकर 1998 में डॉ. जैकब कमेटी बनी थी, जिसने 2005 में अपनी रिपोर्ट बिहार और केंद्र सरकार को सौंपी थी. अगर इस रिपोर्ट को सरकार लागू करती तो आज इतनी संख्या में बच्चों की मौत नहीं होती.

  • बिहार में चमकी बुखार से 144 के करीब बच्चों की मौत हो गई है. इसको लेकर लेकर सुप्रीम कोर्ट के बाद अब पटना हाईकोर्ट में भी याचिका दायर किया गया है. वकील सुधीर ओझा ने यह याचिका दायर की है. 

  • यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पूर्व में भी कई बार इस इलाक़े में कानून की धज्जियां उड़ाते खाप पंचायत ने अपने फरमान जारी किए हैं. आरोपियों पर कार्रवाई भी हुई है. एकबार फिर प्यार करने वालों को पंचायत ने खुलेआम तुगलकी सजा दी है.

  • बिहार के बगहा में वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के थारू आदिवासी बाहुल्य संतपुर सोहरिया में प्रेमी जोड़े की सरेआम पिटाई का मामला उजागर हुआ है. सरेआम रस्सी से बांधकर पूरे गांव में प्रेमी युगल को घुमाया गया और भीड़ तमाशबीन बनी रही. मौके पर मौजूद लोग वीडियो बनाने और तस्वीरें बनाने में लगे रहे. हैरत की बात है कि रात से सुबह तक खाप पंचायत का तुगलकी फरमान जारी कर सजा दिया गया और वाल्मीकिनगर थाना को इसकी भनक तक नहीं लगी.

  • ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार रात यहां पहुंचेंगे और राज भवन में विश्राम करेंगे' झारखंड के मुख्य सचिव डी. के तिवारी ने मानसून को ध्यान में रखते हुए तैयारी करने के निर्देश दिए हैं' मानसून के 20 जून तक राज्य में आने की संभावना है' 

  • प्रधानमंत्री शुक्रवार को यहां आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, जिसे लेकर झारखंड में तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है' कार्यक्रम प्रभात तारा मैदान में आयोजित किया जाएगा' प्रधानमंत्री मोदी मुख्यमंत्री रघुबर दास, मंत्रियों और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों सहित 18 हजार लोगों के साथ योग सत्र में शामिल होंगे.'

  • झुलसा देने वाली गर्म हवाओं के कहर के मद्देनजर गया, बेगूसराय, दरभंगा, गोपालगंज, मधुबनी और सीतामढ़ी जिलों में पहली बार निषेधाज्ञा यानी आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई है.

  • राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की वेबसाइट के मुताबिक, मंगलवार तक लगभग 90 मौतें हो चुकी हैं. औरंगाबाद में 41, गया में 35 और नवादा में 14 लोग लू की चपेट में आकर काल के गाल में समा गए.

  • ये मौतें औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई जिलों में हुई हैं. इन जिलों में 15, 16 और 17 जून को तापमान 42 से 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.

  • बिहार में भीषण गर्मी और लू की चपेट में आने से 24 घंटे के भीतर और 12 लोगों की मौत हो गई. एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पिछले तीन दिनों में 90 लोगों की मौत हो चुकी है. अनाधिकारिक खबरों में हालांकि एक दर्जन जिलों में लोगों की मौत का आंकड़ा 250 तक पहुंचने का दावा किया गया है.

  • नवीन पटनायक सरकार के स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास ने खाद्य सुरक्षा आयुक्तों को बाजार में बिक रही लीची की जांच करने के निर्देश दिए. कुछ ऐसी खबरें आई हैं कि बिहार में सौ से ज्यादा बच्चों की मौत खाली पेट लीची खाने से हुई है.

  • बिहार में इंसेफलाइटिस से मौतों के बाद ओडिशा सरकार ने मंगलवार को अधिकारियों को आदेश दिया कि बाजार में बिक रही लीची के नमूने लिए जाएं और जांच की जाए कि क्या उसमें मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाला कोई विषाक्त पदार्थ है.

  • बैठक से पहले जेडीयू ने इस मुद्दे पर अपने समर्थन का इजहार किया है. नीतीश सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने कहा कि जेडीयू 'वन नेशन, वन इलेक्शन' का पक्षधर है. देश में सदैव कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं. इससे विकास प्रभावित होता है. जेडीयू नेता ने कहा कि विकास की गाड़ी को निरंतर बढ़ाने के लिए एक समय पर पूरे देश में चुनाव हो.

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के मुद्दे पर और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी शामिल होंगे.

  • दो वकील मनोहर प्रताप और सनप्रीत सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर मांग की है कि चमकी बीमारी (Acute Encephalitis Syndrome) से बच्चों की मौत का आंकड़ा सौ को पार गया है.

  • याचिका में कहा गया है कि कोर्ट सरकार को 500 आईसीयू इंतजाम करने, 100 मोबाइल आईसीयू को मुजफ्फरपुर भेजने और पर्याप्त संख्या में डॉक्टर उपलब्ध कराने के लिए कहा है.

  • बिहार में जारी इंसेफ्लाइटिस से 100 से ज्यादा बच्‍चों की मौत को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. 24 जून को सुनवाई की तारीख रखी गई है. याचिका में राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोर्ट के दखल की मांग की गई है.

  • सिर्फ मुजफ्फरपर में अब तक चमकी बुखार से 117 बच्चों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा वैशाली में 12, समस्तीपुर में 5, गया में 6, मोतिहारी और पटना में दो-दो बच्चों की मौत हुई है. चमकी बुखार का कहर ऐसा है कि चार दिनों में अस्पताल में फिर ठीक हो चुके बच्चे की अचानक मौत हो गई है.

  • बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (एईएस) की वजह से 144 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, चमकी बुखार के प्रकोप को लेकर कहा जा रहा है कि यह मुख्य रूप से लोगों में जागरुकता नहीं होने की वजह से तेजी से फैला है. 

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