Lok Sabha Elections 2024 : बिहार में राजनीतिक पारा तेजी से बढ़ रहा है.  इस समय इंडिया (I.N.D.I.A) के सहयोगी दलों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर हलचल है. इसके साथ ही सीएम नीतीश कुमार जेडीयू के अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी नीतीश कुमार के साथ मुलाकात की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग की प्रक्रिया में तेजी हो रही है, लेकिन कुछ पार्टियां सीटों की साझा करने में खुश नहीं हैं. पिछले महीने दिल्ली में हुई गठबंधन की बैठक में 27 पार्टियां शामिल हुईं थीं, जिसमें सीट शेयरिंग का मुद्दा उठाया गया था. हालांकि, इसका निर्णय अब तक नहीं हुआ है. जिसके कारण कुछ पार्टियां नाराज हैं. इसी दौरान लालू यादव ने सीट शेयरिंग के बारे में एक चुप्पीवाला जवाब दिया. वो कहते हैं कि सीट शेयरिंग इतनी जल्दी नहीं होती. उनके सहयोगी दलों कांग्रेस और जेडीयू के बीच बुधवार को बैठक हुई, जो सीएम नीतीश कुमार के आवास पर हुई. 


इस बैठक में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और शकील अहमद खान शामिल थे, जबकि जेडीयू के मंत्री विजय कुमार चौधरी और संजय झा भी मौजूद थे. सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस के नेताओं से मिलकर चर्चा की, जिसमें सीट शेयरिंग के मुद्दे पर विचार किए गए. लालू यादव के साथ नाराजगी के मामले में उन्होंने बताया कि इस सब को जल्दी निर्णय नहीं होना चाहिए. मकर संक्रांति के दिन, नीतीश और लालू ने एक साथ पारंपरिक चूड़ा-दही का भोज आयोजित किया.


नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पार्टी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने लोकसभा चुनावों की रणनीतियों पर चर्चा की. उन्होंने पार्टी के जिला अध्यक्षों से भी मिलकर चर्चा की. इस मीटिंग में बिहार के वित्त मंत्री विजय चौधरी भी शामिल थे. समर्थन में रहने के बावजूद लालू यादव ने सीट शेयरिंग के मुद्दे पर अपनी पकड़ बनाए रखी हैं और इसे ताला होने के लिए तैयार नहीं हैं. एक बार फिर बिहार की राजनीति में उत्साह बढ़ रहा है और इसमें सीट शेयरिंग का मुद्दा एक महत्वपूर्ण स्थान रख रहा है.


ये भी पढ़िए-  Bihar Politics: सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर कसा तंज, कहा- गठबंधन ही इन्हें संयोजक बनाने को तैयार नहीं