Patna: Bihar Politics: बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में उथल-पुथल की अटकलों के बीच विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को सांसदों और राज्य विधानमंडल के सदस्यों की एक बैठक बुलाई है. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी से उन अटकलों के बारे में पूछा गया कि क्या भाजपा जनता दल (यूनाइटेड) के साथ फिर से गठबंधन करने के लिए तैयार है, उन्होंने कहा, 'हमारे स्तर पर ऐसी किसी बात पर चर्चा नहीं हुई है.' 


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भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने यह भी कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा के लिए शनिवार को बैठक बुलाई गई है. वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने नीतीश के राजग में लौटने के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'राजनीति में कोई भी दरवाजा बंद नहीं होता...जरूरत पड़ने पर दरवाजा खोला जा सकता है.' 


भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा जैसे अपने सहयोगियों के साथ भी संपर्क में हैं. पासवान और कुशवाहा मुख्यमंत्री कुमार का विरोध करते रहे हैं. हालांकि, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता पासवान ने कहा कि वह भाजपा नेतृत्व के निर्णय के अनुसार चलेंगे. इस बीच, बिहार में भाजपा नेताओं का एक वर्ग नीतीश कुमार के साथ गठबंधन के लिए उत्सुक नहीं है. ऐसे नेताओं का दावा है कि मुख्यमंत्री का प्रभाव कम हो रहा है और उनकी घटती विश्वसनीयता भाजपा को नुकसान पहुंचाएगी. 


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुखर आलोचक केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'मैं न तो किसी का स्वागत कर रहा हूं और न ही किसी के खिलाफ हूं. यह केंद्रीय नेतृत्व का निर्णय है. वे जो भी निर्णय लेंगे, मुझे यकीन है कि यह राज्य और पार्टी के हित में होगा.' यह पूछे जाने पर कि क्या वह नये सिरे से भाजपा-जद(यू) गठबंधन की संभावना से खुश हैं, सिंह ने कहा, "मैं न तो खुश हूं और न ही नाखुश. मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं, जो भी निर्णय लिया जाएगा मैं उसका पालन करूंगा.