Jharkhand Political Crisis: झारखंड में 2 फरवरी को नई सरकार का गठन हुआ. इस बीच महागठबंधन के विधायक हैदराबाद शिफ्ट किए गए. चंपई सोरेन को सरकार को बहुमत साबित करने 10 दिन का वक्त मिला है. जिससे राज्य का सियासी संकट गहरा गया है. वहीं, झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने अपनी ओर से शुभकामनाएं दी. 


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बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने चंपई सोरेन को दी बधाई


बीजेपी विधायक अनंत ओझा ने कहा कि साल 2019 में जिन जानआदेशों के साथ वह सत्ता में आए थे कि नौजवानों को 5 लाख रोजगार देने के सवाल हो, चाहे किसानों के सवाल हो, मजदूरों के सवाल हो, उनके हितों का पूर्ति करने के लिए और राज्य झारखंड जो आज बदनाम झारखंड की ओर स्थापित हो गया है. उन मूल्यों को स्थापित करने का काम करेंगे.


बहुमत साबित करने के लिए दस दिनों का समय


दरअसल, झारखंड के नए सीएम पद की चंपई सोरेन ने शपथ ली. साथ ही कांग्रेस के आलमगीर आलम ने रांची के राजभवन में झारखंड कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ली. RJD के सत्यानंद भोक्ता ने भी मंत्री पद की शपथ ली. वहीं, राज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए दस दिनों का समय दिया है.


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राजीव रंजन को फिर से महाधिवक्ता बनाया गया


झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि आज झारखंड में मुझे जो दायित्व मिला. यहां के सर्वांगिण विकास के लिए हेमंत सोरेन ने जो काम शुरू किए हैं उसे हमें पूरा करना है. जनता के आशा, आकांक्षा के अनुरूप हम काम करेंगे.हमारी सरकार झारखंड के सभी वर्ग, समुदाय के लिए काम करेगी. इसके बाद प्रोजेक्ट भवन में नई सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक हुई. इसमें चंपई सोरेन सरकार ने 3 प्रस्तावों पर मुहर लगाई. राजीव रंजन को फिर से महाधिवक्ता बनाया गया है.