रांची: झारखंड के नौनिहालों के सपनों में अब कोई बाधा नहीं आएगी. उनके प्रतिभा और इच्छा के अनुकूल वो उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा या फिर विदेश में पढ़ने की बात हो, अब सब संभव है. दरअसल, रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में  सीएम चंपई सोरेन ने आज से गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना और छात्राओं के लिए विशेष मानकी मुंडा छात्रवृति योजना समेत मुख्यमंत्री छात्र फेलोशिप योजना की शुरुआत की है. इस मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद महुआ माजी, विधायक नेहा शिल्पी तिर्की, बैंकों के महाप्रबंधक, कई विश्वविद्यालय के कुलपति और डिग्री कॉलेज के प्राचार्य समेत हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मुख्यमंत्री चंपई ने कहा कि यह योजना सबके लिए है, हर वर्ग को इसका लाभ मिले और गुरु जी क्रेडिट कार्ड से जहां उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर आगे बढ़ सकते हैं. वहीं छात्राओं के लिए विशेष मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना चलाई गई, ताकि हमारे गरीब गुरबा किस की बेटियां चूल्हे चौके तक सीमित ना रहे. वह भी अपनी उड़ान भर सके सरकार आपके साथ है. अगर आपने प्रतिभा है तो आपको अब रोकने वाला कोई नहीं. उन्होंने कहा कि आप पढ़ाई करें विदेश जाएं और फिर झारखंड आए और झारखंड को आगे बढ़ाएं.


उच्च शिक्षा और तकनीकी विभाग के निदेशक रामनिवास यादव ने बताया कि यह योजना को धरातल पर उतरने के लिए लगभग 6 महीने से काम चल रहा था. बैंकों से सरल प्रणाली बनाने में थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन अब सब कुछ ठीक है. कई बैंकों के प्रतिनिधि ने कहा कि आप सीधे बैंक पहुंचे हम आपको लोन देंगे. सरकार गारंटी ले रही है, इस मौके पर मंत्री बादल ने बेहद ही ऊर्जावान तरीके से याद दिलाया कि देश के राष्ट्रपति रहे और प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कहते थे कि सपने वह नहीं जो आप सो कर देखते हैं सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते है. इस बात पर छात्र-छात्राओं ने खूब गर्म जोशी से मंत्री का अभिवादन किया.


इधर, योजना का लाभ पाकर छात्राओं के चेहरे पर एक अलग ही चमक देखने को मिली. पिछड़ी जाति से आने वाले एक छात्रा ने कहा कि हमारे परिवार के लिए संभव नहीं था कि हम दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई कर सके लेकिन यह योजना एक नई उम्मीद लेकर आई है. वहीं दूसरी छात्रा ने बताया कि उसकी शादी होने जा रही थी लेकिन इस योजना के वजह से वह आगे की पढ़ाई की बात कह कर शादी को टाल सकी, वही एक छात्र ने बताया कि वह बीटेक में एडमिशन नहीं ले पा रहा था लेकिन अब ले जाएगा. ऐसे में यह तमाम योजनाएं झारखंड के लगभग 70 लाख छात्राओं के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा. उनका भविष्य उज्जवल होगा देश के अन्य राज्यों के साथ वह कम से कदम मिलाकर अपनी प्रतिभा का दंभ भर सकेंगे.


इनपुट- आयुष कुमार


ये भी पढ़िए-  CAA को लेकर पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी पर BJP सांसद का जोरदार हमला, बोले- तुष्टिकरण की राजनीति कर रही TMC