पटना: रविवार को नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार शपथ लेने जा रहे हैं. पीएम मोद के साथ नई बनने वाली केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य भी इस दिन अपने पद और  गोपनीयता की शपथ लेंगे. इससे पहले शुक्रवार को हुई एनडीए संसदीय दल बैठक में जेडीयू नेता नीतीश कुमार और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने लोकसभा के नेता के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम पर मुहर लगा दी. इससे पहले लोकचुनाव के नतीजे आने के बाद जब देश की जनता ने किसी एक पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं दिया तो विपक्षी इंडिया गठबंधन ने भी सरकार बनाने की भरपूर कोशिश की. इस बात का खुलासा जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने की है.


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केसी त्यागी ने कहा कि चुनाव के नतीजे आने के बाद इंडिया गठबंधन की तरफ से भी केंद्र में सरकार बनाने की कोशिश की गई. केसी त्यागी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ने इसके लिए जदयू से संपर्क किया और हमारे नेता नीतीश कुमार को पीएम पद की पेशकश की, लेकिन हमारे नेता ने विपक्ष की इस पेशकश को सिरे से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रपोजल उन लोगों की तरफ से आ रहे हैं, जिन्होंने नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने तक से इनकार कर दिया था.


केसी त्यागी ने आगे कहा कि इस गठबंधन के नीतीश कुमार ही जन्मदाता थे. अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी... ये सारी पार्टियां तो कांग्रेस के साथ मंच साझा करने तक को भी तैयार नहीं थीं. कांग्रेस पार्टी की पॉलिटिकल अनटचेबिलिटी हमने खत्म की. हमारे नेता और हमारी पार्टी के साथ जिस तरीके का व्यवहार हुआ, उसी का नतीजा था कि इंडी गठबंधन से हम बाहर आए और एनडीए का दामन थामा.


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