पटना : रांची के विभिन्न चौक चौराहों पर हेमंत सोरेन के लगाए गए पोस्टर ने झारखंड की सियासत में गर्माहट लाने का काम किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर वाले इस पोस्ट में हर जगह यह मैसेज दिया गया है कि झारखंड झुकेगा नहीं. हेमंत सोरेन की तस्वीर और उसे पर लिखा है कोटेशन से भारतीय जनता पार्टी को ऐतराज है. 


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बीजेपी का सीधे तौर पर कहना है कि पुर्व मुख्यमंत्री के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की कहानी उजागर हुई ,उन्हें इस्तीफा भी देना पड़ा और यही वजह है उनकी वजह से झारखंड का सिर झुका है. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा विक्टिम कार्ड खेलना चाहती है. बीजेपी के इस बयान के बाद झारखंड का राजनीतिक पर चढ़ गया है. राजधानी रांची के विभिन्न चौक चौराहों पर लगे पोस्टर आपको बॉलीवुड के एक फिल्म की याद जरूर दिला देगा जिसमें यह कहा गया था कि पुष्पा झुकेगा नहीं साला.


ठीक कुछ ऐसे ही संदेश देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पोस्टर शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर लगे हैं लेकिन इसमें लिखा है झारखंड झुकेगा नहीं. आदिवासी को कमजोर समझा क्या आदिवासी फायर है फायर. यह वही आदिवासी है जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम का बिगुल अंग्रेजों के खिलाफ झारखंड से ही बिगुल था और अंग्रेजों को दांतों तले लोहे के चने चबाने पड़े थे. मामले पर मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड गठन के पूर्व से लेकर आज तक आदिवासियों को हर एक चीज के लिए संघर्ष करने की जरूरत पड़ी है लेकिन जब आदिवासी मुख्यमंत्री राज्य का नेतृत्व कर रहा था. झारखंडियों के उत्थान की बात कर रहा था तो भारतीय जनता पार्टी को यह मुहिम नागवार गुजरी. इसे लेकर साजिश के तहत हेमंत सोरेन को सलाखों के पीछे भेज दिया गया, लेकिन यह पोस्टर बताती है कि झारखंड ना कभी झुका था ना कभी झुकेगा. 


मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने सख्त लहजे में कहा है कि झारखंड को झुकाने की साजिश रचने वाले पहले भी नाकामयाब हुए थे और आगे भी हमसे जीत ना पाएंगे. जल्द ही हमारे राज्य का आदिवासी मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हमारे बीच होंगे.


भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता कुणाल सारंगी ने इस पोस्ट पर प्रहार करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राज की जनता ने अपना नेतृत्व करने का मौका दिया था लेकिन उनके कार्यकाल में जितने भ्रष्टाचार हुए उस राज्य का सिर झुका है इसीलिए झारखंड मुक्ति मोर्चा अब विक्टिम कार्ड खेलना चाह रही है और ऐसे पोस्टर से कोई फायदा नहीं होगा.


मामले पर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि देशभर में जो हालात हैं उसी के मध्य नजर यह पोस्टर्स लगाए गए हैं क्योंकि हमारे पूर्व मुख्यमंत्री किसी के आगे नहीं झुके और यही नतीजा है कि वह षड्यंत्र का शिकार हुए. उन्होंने कहा झारखंड का इतिहास भी बहुत मजबूत रहा है संथाल का हूल दिवस झारखंड से ही शुरू हुआ था. झारखंड के खून में है कि हम झुकते नहीं है और तपते नहीं हैं तो भले ही मुख्यमंत्री आज सलाखों के पीछे हैं झारखंड झुकेगा नहीं.


इनपुट - कामरान जलीली


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