Jitan Ram Manjhi Statement: गया के बोधगया मे एक कार्यक्रम में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने तेजस्वी यादव पर बड़ा आरोप लगाया. जीतन राम मांझी ने कहा कि पिछली महागठबंधन की सरकार में तेजस्वी यादव ने ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर 50-50 लाख रुपए लेकर करोड़ रुपए कमाए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव बड़े पैमाने पर सीओ के ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल करने जा रहे थे, लेकिन समय रहते मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐसा नहीं होने दिया. हालांकि, तेजस्वी यादव ने हजारों करोड़ रुपए जरूर कमा लिए है, लेकिन सीएम नीतीश कुमार की ओर से ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल नहीं होने देने से साबित होता है कि सरकार में मुख्यमंत्री का ही सबकुछ चलता है, ना कि किसी उपमुख्यमंत्री का चलता है.


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जीतन राम मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव बिहार मे शिक्षक बहाली के लेकर जो बातें कहते है कि हमने 17 महीने मे काम का जो क्रेडिट लेना चाहते हैं, वह बिल्कुल गलत है. उनके बातों में मूर्ख लोग तो आ सकते हैं, लेकिन जो जानकर और बुद्धिजीवी लोग हैं वह सिर्फ हंसते हैं, क्योंकि उपमुख्यमंत्री का पद कोई संवैधानिक पद नहीं होता है. अलग बात है की उनको एक साथ पांच पांच मंत्रालय मिल गया था.


दरअसल, तेजस्वी यादव के विधानसभा से गायब रहने पर भी भड़के हुए हैं. जीतन राम मांझी ने कहा कि बीते 45 साल से मैं विधानसभा में हूं, लेकिन यह पहली बार देख रहा हूं कि बजट सेशन को छोड़कर बिहार के प्रतिपक्ष का नेता भाग गया हो.


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बता दें कि पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने हाल ही में सीएम नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार ने मुझे मुख्यमंत्री बनाया तो, हमने भी उनकी सराकर गिरने से बचा दी. अब दोनों का हिसाब बराबर हो गया है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक ने बयान दिया था कि 122 वोटों के सहारे सरकार बचाई जा सकती थी. अगर 1 वोट भी कम होता तो सरकार नहीं बन पाती. उन्होंने इस दौरान कहा कि मुझे तो सीएम पद का ऑफर था, लेकिन मैंने नीतीश कुमार की सरकार बनवा दी.


रिपोर्ट: पुरुषोत्तम कुमार