Bihar Political Crisis: बिहार में राजनीतिक उथलपुथल पर पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा, नीतीश कुमार के एनडीए में आने से कोई आपत्ति नहीं है. मांझी ने कहा, मैं 2000 प्रतिशत एनडीए में हूं और बना रहूंगा. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जनता दल या फिर लालू प्रसाद यादव की ओर से कोई ऑफर नहीं आया है.


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दरअसल, सीएम नीतीश कुमार का रुख मौजूदा वक्त में बदला हुआ नजर आ रहा है. इस वजह से बिहार में राजद के हाथ से सत्ता की बागडोर फिसलती दिख रही है. राजद अध्यक्ष लालू यादव को ये कतई मंजूर नहीं है. लिहाजा वह खुद एक्टिव हो चुके हैं. दावा किया जा रहा था कि मौजूदा दौर में जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा किंगमेकर की भूमिका में उभरकर सामने आई है. लालू प्रसाद यादव ने जीतन राम मांझी से संपर्क किया. 


सूत्रों से जो जानकारी सामने आई थी. उसके मुताबिक, लालू प्रसाद यादव की तरफ से जीतन राम मांझी के बेटे और पूर्व मंत्री संतोष सुमन को अपनी सरकार में डिप्टी सीएम का पद ऑफर किया गया था. हालांकि मांझी ने इसका खंडन कर दिया. इसके आलावा बिहार में AIMIM के इकलौते विधायक अख्तरुल इमान और निर्दलीय विधायक मंत्री सुमित सिंह को भी अपने पाले में लाने की कोशिश की जा रही थी. साथ ही JDU के असंतुष्ट विधायकों से भी संपर्क साधा जा रहा था.


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बता दें कि राजद के पास अभी 79 विधायक हैं. 19 विधायक कांग्रेस के, भाकपा माले के 12 विधायक, भाकपा के पास 2 और माकपा के पास 1 विधायक हैं. कुल 114 विधायक राजद के पास हैं. दूसरी ओर, भाजपा के पास 78, नीतीश कुमार की पार्टी के 45 और जीतनराम मांझी के पास 4 विधायकों की संख्या है.