हमेशा हमें एक ही मंत्रालय क्यों मिलता है? संतोष सुमन को एससीएसटी कल्याण मंत्रालय मिलने से तिलमिला गए हैं जीतनराम मांझी
Bihar News: नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जीतनराम मांझी बोले, जब हम सीएम थे तब पत्रकारों को पेंशन देने की योजना हमने बनाई थी, लेकिन नीतीश कुमार ने उसे काट दिया. जीतनराम मांझी ने कहा, नीतीश कुमार ने ही उन्हें सीएम बनाया था और उसके बाद कहने लगे कि जीतन राम मांझी अपने से काम करने लगा है.
Bihar News: नीतीश कुमार के 9वीं बार सरकार बनाने के बाद से जीतनराम मांझी ने एनडीए गठबंधन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है. पहले निर्दलीय विधायक और मंत्री सुमित सिंह को लेकर बयान के बाद विवाद बढ़ा तो अब उसके बाद मांझी ने नीतीश सरकार में 2 मंत्री पद की डिमांड कर मुश्किलें बढ़ा दीं. अब उनका एक और ताजा बयान आया है. जीतनराम मांझी का कहना है कि नीतीश कुमार हमेशा हमें एक ही मंत्रालय देते हैं. मुझे भी अनुसूचिज जाति जनजाति कल्याण मंत्रालय दिया जाता था और अब मेरे बेटे को भी वहीं मंत्रालय दिया जा रहा है. मांझी ने अब पथ निर्माण विभाग की मांग कर दी है.
गया के वजीरगंज में आयोजित हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के गरीब संकल्प सभा में बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने कहा 1984 से 2013 तक जब भी मंत्री बने तो सिर्फ अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री बने. अब बेटा संतोष कुमार सुमन को भी वहीं मंत्रालय दिया गया है. जीतनराम मांझी ने कहा, नीतीश कुमार ने ही उन्हें सीएम बनाया था और उसके बाद कहने लगे कि जीतन राम मांझी अपने से काम करने लगा है.
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जीतनराम मांझी बोले, जब हम सीएम थे तब पत्रकारों को पेंशन देने की योजना हमने बनाई थी, लेकिन नीतीश कुमार ने उसे काट दिया. हमने बिहार के कई जिले में प्रेस क्लब बनाने की भी घोषणा की थी. प्रेस क्लब बन तो गया लेकिन पत्रकारों को आज तक नहीं मिल पाया.
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इस मौके पर मंत्री संतोष कुमार सुमन, कोंच विधायक अनिल कुमार, बाराचट्टी विधायक ज्योति देवी, सिकंदरा विधायक प्रफुल मांझी सहित कई लोग शामिल थे.