पटना: Lalan Singh: लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने केंद्रीय एजेंसियों सीबीआई और ईडी पर लगाए जा इन आरोपों से बचाव किया है कि केंद्र सरकार का विरोध करने वाले नेताओं के घर वो छापे मारती हैं. इस दौरान उन्होंने अपना और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का उदाहरण देते हुए कहा कि डेढ़ साल से हम लोग केंद्र सरकार का विरोध कर रहे थे. नीतीश कुमार तो विपक्षी दलों की एकता के सूत्रधार बन गए थे. लेकिन, केंद्रीय एजेंसियां हमारे या उनके यहां नहीं पहुंचीं. उन्होंने कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा उसे तो सजा मिलेगी ही.


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शुक्रवार को ललन सिंह ने लोकसभा में केंद्र सरकार की ओर से जारी श्वेत पत्र पर बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार के दिनों में भी वो लोकसभा के सदस्य थे. उस दौर में सत्र का एक भी दिन घोटाले की चर्चा के बिना नहीं गुजरता था. सदन में 2014 के बाद से घोटाले की चर्चा नहीं हो रही है. संप्रग सरकार के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की तारीफ करते हुए उन्हें अच्छा आदमा बताया. मगर उनके आसपास के लोग ठीक नहीं थे. कांग्रेस से उन्होंने सवाल किया कि देश छोड़कर भागने वाले विजय माल्या और मेहुल चौकसी जैसे लोगों को कर्ज किस सरकार के कार्यकाल में मिला था.


बता दें दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में शुक्रवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती और हेमा यादव की जमीन के बदले नौकरी घोटाला मामले में पेशी थी. हालांकि, कोर्ट ने फिलहाल तीनों को अंतरिम जमानत दे दी. मीसा इस दौरान व्हील चेयर पर बैठकर कोर्ट पहुंची थीं. इस मामले की अगली सुनवाई अब 28 फरवरी को होगी.


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