पटना: Bihar News: बिहार की सियासी फिजा जिस तरह की बनी हुई थी. उसमें लगातार यह कहा जा रहा था कि राजद और जदयू में सबकुछ ठीक नहीं है. जबकि दोनों दलों के नेता इस बात को लगातार दोहरा रहे थे कि गठबंधन में कोई परेशानी है ही नहीं. सब ऑल इज वेल है. इस सब के बीच 90 दिनों बाद नीतीश और लालू की मुलाकात मकर संक्रांति के मौके पर पटना में लालू के आवास पर हुई. ऐसे में अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या सच में इस दही-चूड़ा भोज की वजह से दोनों दलों के रिश्ते में मिठास लौटेगी. इसको लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में इंडिया गुट एकजुट है. उन्होंने इन अटकलों का खंडन किया कि राजद और जद-यू के बीच संबंध खराब हो गए हैं, उन्होंने कहा कि इन सभी सवालों का कोई मतलब नहीं है. 


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दरअसल मकर संक्रांति पर सोमवार को दही-चूड़ा भोज के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के घर गए. नीतीश कुमार निकलने से पहले करीब 10 मिनट तक रुके और दोनों दिग्गज नेताओं के बीच ज्यादा बातचीत नहीं हुई. लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को तिलक नहीं लगाया. 



ऐसे में तेजस्वी ने अन्य सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हमने बार-बार इस सवाल का जवाब दिया है कि बिहार में सब कुछ ठीक है. जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है और जिस तरह से हमने राज्य के युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है, उससे बीजेपी के नेता सदमे में हैं. जब लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार एक साथ आ गए, इससे बीजेपी नेता चिंतित थे. 


उन्होंने कहा, हमने लाखों नौकरियां दी हैं, जातिगत सर्वेक्षण कराया, आरक्षण बढ़ाया, वजीफा बढ़ाया और अब बिहार में निवेश आ रहा है, इसलिए वे इससे डरे हुए हैं. नीतीश कुमार के इंडिया ब्लॉक के संयोजक का पद स्वीकार करने से इनकार करने पर तेजस्वी यादव ने कहा, आप नहीं जानते, सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा सकता है. इसके बारे में चिंता मत करें.  नीतीश कुमार के अलावा लालू प्रसाद यादव के घर पर ललन सिंह, विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र यादव, उमेश कुशवाहा और जेडीयू के अन्य नेता मौजूद थे. 


इनपुट-आईएएनएस