पटना: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा, "हम सभी इस बात के लिए संकल्पित हैं कि समाज के शोषित, वंचित, पिछड़े, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग को उसका हक दिलाएंगे, इसे रोकने के लिए कोई कितना भी साजिश कर ले, लेकिन हम मिलकर मुकाबला करेंगे."


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राजद द्वारा आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर जनशताब्दी समारोह को संबोधित करते हुए लालू ने कहा कि इंडिया गठबंधन को भी तोड़ने की साजिश की जा रही है. इस दौरान उन्होंने कर्पूरी के साथ बिताए गए संस्मरण भी सुनाए. उन्होंने याद करते हुए कहा, "पटना में उनके अंतिम संस्कार के समय हम लोगों ने कहा था कर्पूरी तेरे अरमानों को दिल्ली तक पहुंचाएंगे और उस विचार और अरमान को लेकर हम लोगों ने केंद्र में सत्ता मिलते ही गरीबों पिछड़ों अतिपिछड़ों के लिए वीपी सिंह के शासनकाल में मंडल कमीशन रिपोर्ट लागू किया."


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और गरीबरथ की शुरुआत करने वाले पूर्व रेलमंत्री ने कहा कि जब भी पिछड़ों को अधिकार देने की बात होती है, भाजपा इसका विरोध करती है. नीतीश और तेजस्वी ने मिलकर बिहार में जातीय गणना कराई और आंकड़ों के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था को 75 प्रतिशत किया, जो शोषित, वंचित, पिछड़े, अति पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्ग को उसका हक दिलाने के लिए महत्‍वपूर्ण कदम है.


लालू ने कहा, "जननायक कर्पूरी ठाकुर का जो योगदान था, उसे देखते हुए उन्हें भारतरत्‍न मिलना ही चाहिए था और इसके लिए हम लोगों ने हमेशा संघर्ष किया और आवाज बुलंद की, यह बात किसी से छिपी नहीं है."


उन्‍होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि जिस तरह जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारतरत्‍न दिया गया, उसी तरह डॉ. राम मनोहर लोहिया और कांशीराम को भी भारतरत्‍न मिलना चाहिए. इन दोनों के योगदान से भारत में समाजवादी विचारधारा को मजबूती मिली. दोनों बड़े नेताओं ने अति पिछड़ा और दलित समाज को हर स्तर पर ऊंचा उठाया. इन नेताओं के योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकता.


( इनपुट आईएएनएस के साथ)