Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बजने में अब महज एक या दो महीने का ही वक्त शेष बचा है. पीएम मोदी के नेतृत्व में इस बीजेपी गठबंधन सत्ता की हैट्रिक लगाने को बेताब है, तो वहीं विपक्ष इस बार बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी ताकत झोंकने में जुटा है. मोदी के विजय रथ रोकने में विपक्ष कितना कामयाब हो पाता है, ये तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन उससे पहले पिछले लोकसभा चुनाव की बात करना बेहद जरूरी है. पिछला चुनाव में आई मोदी सुनामी के आगे विपक्ष के दशकों पुराने किले ध्वस्त हो गए थे. 


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बिहार की 40 लोकसभा चुनाव में एनडीए को 39 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. महागठबंधन में शामिल कांग्रेस सिर्फ एक सीट जीतने में कामयाब हो सकी थी. लालू यादव की पार्टी आरजेडी का तो खाता तक नहीं खुला था. ये मोदी लहर का ही कमाल था कि एनडीए के 39 में से 34 प्रत्याशियों ने अपने विरोधियों को एक लाख से अधिक मतों से मात दी थी. वहीं एक प्रत्याशी की जीत का अंतर महज डेढ़ हजार से कुछ वोट ज्यादा था.


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सबसे बड़ी जीत


बिहार में सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड मधुबनी के बीजेपी प्रत्याशी अशोक यादव ने बनाया था. उन्होंने अपने विरोधी महागठबंधन के उम्मीदवार को 4 लाख 54 हजार 940 वोटों से हराया था. अशोक यादव को 61.83 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 5,95,843 वोट मिले थे तो उनके प्रतिद्वंद्वी विकासशील इंसान पार्टी के बद्री कुमार पुरबे को 1,40,903 यानी 14.62 प्रतिशत मत ही हासिल हुए थे. बड़ी जीत दर्ज करने के मामले में दूसरे नंबर पर बेगूसराय के बीजेपी उम्मीदवार गिरिराज सिंह रहे थे. गिरिराज सिंह को 6,92,193 तो वहीं उनके प्रतिद्वंदी सीपीआई कैंडिडेट कन्हैया कुमार को 2,69,976 वोट मिले थे. उन्होंने 4,22,217 वोटों की जीत हासिल की थी.


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सबसे छोटी जीत


एनडीए के 39 में से 34 प्रत्याशी जब एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीते थे तो वहीं जेडीयू के चंदेश्वर प्रसाद को सबसे छोटी जीत हासिल हुई थी. जहानाबाद सीट से जेडीयू के चंदेश्वर प्रसाद को 3,35,584 यानी 40.82 प्रतिशत वोट मिले थे तो राजद के सुरेंद्र प्रसाद यादव को 3,33,833 यानी 40.61 वोट हासिल हुए थे. यानी बिहार में जहानाबाद सीट पर सबसे कम 1,751 मतों से जीत और हार का फैसला हुआ था.