पटना: Bihar News: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 27 जनवरी को बिहार दौरा प्रस्तावित था. वह बापू की कर्मभूमि चंपारण आने वाले थे. जिसको लेकर खबरें चल रही थी. हालांकि मोतिहारी में पीएम नरेंद्र मोदी का यह चौथा दौरा होना है. लेकिन अब जानकारी निकलकर आ रही है कि पीएम मोदी 4 फरवरी को मोतिहारी आएंगे. 


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बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी अपने बिहार दौरे के क्रम में 4 फरवरी को मोतिहारी के सुगौली जाएंगे. इस दौरान प्रधानमंत्री करीब 6 हजार करोड़ रुपये के योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. बेतिया के सांसद संजय जायसवाल ने मोतिहारी में प्रेसवार्ता के दौरान प्रधानमंत्री के मोतिहारी आगमन के बाबत जानकारी दी. आपको बता दे मोतिहारी का कई इलाका बेतिया लोकसभा में पड़ता है जिसके सांसद बीजेपी के संजय जायसवाल हैं. 


मतलब लोकसभा चुनाव के लिए बिहार की धरती पर पीएम मोदी का यह दौरा चुनावी बिगुल फूंकने वाला ही होगा. पीएम यहां पूर्वी चंपारण जिले के सुगौली विधानसभा क्षेत्र से कई योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. पीएम का यह कार्यक्रम सुगौली के इंडिया ऑयल कॉर्पोरेशन के मैदान में आयोजित होना है. पीएम मोदी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन टर्मिनल का उद्घाटन करेंगे. राष्ट्रीय राजमार्ग जो पिपराकोठी और रक्सौल के बीच है उसका भी उद्घाटन पीएम मोदी के द्वारा किया जाएगा. 


छपरा से बेतिया तक एनएच का उद्घाटन भी इसी मौके पर पीएम मोदी करेंगे. इसके साथ ही बेतिया को पीएम मोदी से नए बायपास की सौगात भी मिलेगी. इसके साथ ही बेतिया पटना एक्सप्रेसवे का शिलान्यास पीएम मोदी के हाथों होगा. वहीं बेतिया और रक्सौल स्टेशन जो अमृत भारत स्टेशन के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है उसका शिलान्यास भी प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा किया जाएगा. पीएम मोदी का इस कार्यक्रम में आना गांधी की कर्मभूमि का यह उनका चौथा दौरा होगा, इसके पहले मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में तीन बार जनसभा कर चुके हैं.    


जिस जमीन से नीतीश ने दी थी भाजपा को दोस्ती की दुहाई, वहीं पहुंच रहे हैं पीएम मोदी!
बिहार का चंपारण महात्मा गांधी की कर्मभूमि. जो बिहार की राजनीति को भी काफी प्रभावित करता है. इस धरती को गांधी के आदर्शों का दावा करनेवाली कांग्रेस अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समय भूल गए. वहीं महात्मा गांधी की इस कर्मभूमि पर अब प्रधानमंत्री मोदी का जलसा होने वाला है. बता दें कि भाजपा से अलग होकर बिहार में सरकार का गठन करने वाले नीतीश कुमार इसी जमीन पर आकर भाजपा से अपनी दोस्ती की दुहाई दे रहे थे. 


ऐसे में भाजपा के द्वारा यहां आयोजित होनेवाला पीएम मोदी का कार्यक्रम और नीतीश के शब्दों को सुनकर अनुमान लगाया जा सकता है कि कहीं नीतीश और पीएम नरेंद्र मोदी की दोस्ती का नया अध्याय तो यह जमीन नहीं लिखने वाली है. वैसे भी बार-बार दावा किया जा रहा है कि  नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कभी भी पलटी मार सकते हैं और बिहार में सियासी भूचाल आ सकता है.