पटना : बिहार में हेलीकॉप्टर जांच मामले को लेकर विपक्षी दलों ने कई सवाल खड़े किए हैं जिसको लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी HR श्रीनिवास ने कहा कि यह नॉर्मल प्रक्रिया है. 2019 का सर्कुलर है कि इलेक्शन के दौरान चार्टर प्लेन हेलीकॉप्टर की जांच होगी. प्रोटोकॉल के हिसाब से सीआईएसफ एअरपोर्ट पर जांच करती है. वही जिला में प्रोटोकॉल के हिसाब से डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन अपनी जांच करती है किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं है. किसी एक पार्टी के नेता का जांच किया गया और किसी का नहीं हुआ. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का हेलीकॉप्टर पांच बार बिहार आया था और 5 बार जांच किया गया था.


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कांग्रेस प्रवक्ता आनन्द माधव ने कहा कि टारगेटेड हेलीकॉप्टर की जांच हो रहा है इस पर आपत्ति है कि इलेक्शन कमिशन अपना काम नहीं कर रहा है. इस तरह से चिन्हित करके कभी राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर तो कभी तेजस्वी यादव का हेलीकॉप्टर तो कभी खड़गे साहब का तो सवाल उठेंगे ही. खड़गे जी राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं उनकी गरिमा है आप उनके हेलीकॉप्टर की जांच करके क्या संदेश देना चाहते हैं.


जदयू प्रवक्ता हिमराज राम ने कहा कि नियमानुसार प्रोटोकॉल के हिसाब से चार्टर्ड प्लेन हेलीकॉप्टर की जांच होती है. पूर्व में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का भी जांच किया गया है. इसमें भेदभाव और पक्षपात नहीं होता है. यह तो एक प्रक्रिया है और इसको लेकर विपक्ष हाय तौबा मचा रहा है जो उचित नहीं है.


भाजपा प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा कि सांच को आंच नहीं है अगर आप सही है तो आपको मिर्ची नहीं लगनी चाहिए. चुनाव आयोग अपना काम कर रहा है चुनाव आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि जांच के दायरे में सभी लोग होते हैं. पक्षपातपूर्ण रवैया नहीं होता है. आप के नेताओं के घर से नोट की गड्डियां मिल रही है मोदी की गारंटी है यदि भ्रष्टाचार में लिप्त है तो आप बचेंगे नहीं. आपकी जगह जेल में होगी हर भ्रष्टाचारी इसी तरीके से तिलमिलाते हैं. जब कार्रवाई होने की नौबत आती है तब पेट में दर्द होने लगता है कलेजा दर्द होने लगता है. बिहार में 40 सीट NDA जीतने जा रही है.


राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराए जब हमने इस सवाल खड़ा किया तब निर्वाचन आयोग की तरफ से ये बयान आ रहा है कि JP नड्डा का भी हेलीकॉप्टर की जांच की गई थी, लेकिन इसकी जानकारी तो किसी को नहीं लगी न कहीं कोई समाचार में यह बात सामने आयी. जब सवाल खड़े होते हैं तो फिर सफाई देने से बेहतर होगा कि अगर नड्डा जी का भी जांच हुआ तो उनकी भी खबरें आनी चाहिए थी. ये संदेह उत्पन्न करता है कि कहीं न कहीं विपक्ष के नेताओं के उपर इस तरह की कार्रवाई क्यों हो रही है.


इनपुट - सनी


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