सहरसा: Prashant Kishor: बिहार में 12 फरवरी को सरकार बनाने के लिए फ्लोर टेस्ट होना है. ऐसे में सरकार बनाने में बहुत बड़ा खेला होने की चर्चा हो रही है, जिस पर सियासत भी तेज हो गई है. इसी बीच सहरसा दौरे पर पहुंचे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि असली खेला तो तब होगा जब बिहार की जनता जितने खेला करने वाले लोग हैं उन सबको झाड़ू मारकर बाहर करेगी, तब बड़ा खेला होगा. 


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नीतीश कुमार पर बोला हमला


उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में 2012 के बाद यह 7वां प्रयास है. क्या फर्क पड़ गया? चाहे केंद्र में यूपीए की सरकार हो या फिर वर्तमान में बीजेपी की सरकार हो, बिहार में नीतीश कुमार चाहे महागठबंधन के साथ रहें, या एनडीए या फिर अकेले रहें. बिहार में बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था तो हुई नही चीनी मिल चालू हुआ नही. बिहार में लोगों को रोजगार मिला नही, पलायन थमा नही तो फिर किसी की भी सरकार बन जाए किसी तरह का खेला हो जाए यहां परिवर्तन आने वाला नही है. असली खेला तो तब होगा जब बिहार की जनता सभी खेला करने वालों को झाड़ू मारकर बाहर कर देगी. 


प्रशांत किशोर ने भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि पहले बिहार में लालू प्रसाद यादव ने कांग्रेस के साथ शासन किया है जबकि कांग्रेस को मालूम था कि लालू का राज जंगल राज है, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने आंख बंद इसलिए किया कि लालू जी के साथ मिलकर 20 - 30 सांसद यहां से जीतकर दिल्ली जाते रहें तो जैसे कांग्रेस ने बिहार की जनता को लालू के हवाले छोड़ दिया था जीने मरने के लिए. वही हाल भाजपा का है. उन्होंने बिहार और बिहार के लोगों का भविष्य नीतीश के हांथों में इसलिए छोड़ दिया है ताकि उनके 30 - 35 सांसद यहां से जीतकर दिल्ली जाते रहे और 300- 400 का आंकड़ा पूरा होता रहे. 


उन्होंने आगे कहा कि बिहार की जनता मरती है तो मरे बिहार के लोग पलायन करते हैं तो करें. बिहार के बच्चे जब बाहर जाएंगे तो उन्हें गाली दिया जाएगा और हमही लोग से 40 सांसद का वोट लिया जाएगा. यह बिहार का दुर्भाग्य है.