Karakat Lok Sabha Seat: उपेन्द्र कुशवाहा ने पवन सिंह पर कसा तंज, कहा- फिल्मी लटकों-झटकों से काम नहीं चलता
Karakat Lok Sabha Seat: उपेन्द्र कुशवाहा ने पवन सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करनी है न कि लोगों को सिनेमा दिखाना है.
पटना: काराकाट लोकसभा सीट से एनडीए समर्थित आरएलएम प्रत्याशी उपेन्द्र कुशवाहा ने अपने विपक्ष में उतरे पवन सिंह पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि राजनीति एक जनसेवा है जहां सिनेमाई लटकों-झटकों से काम नहीं चलता. जनसंपर्क अभियान के तहत औरंगाबाद के नबीनगर पहुंचे कुशवाहा से जब पूछा गया कि पवन सिंह के चुनाव प्रचार में कलाकारों की फौज उतर आई है तो वे बिफर उठे और विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि राजनीति के माध्यम से लोगों की सेवा करनी है न कि लोगों को सिनेमा दिखाना है. उन्होंने कहा कि इन फिल्मी पैंतरे से राजनीति की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है. वहीं इस मामले पर अब राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया सामने आई है.
कांग्रेस प्रवक्ता आनंद माधव ने कहा कि फिल्मों से फिल्मी सितारों का चुनाव लड़ना कोई नई बात नहीं है. गोविंदा अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना धर्मेंद्र, हेमा मालिनी हो यह सब के सब चुनाव लड़ चुके हैं तो आज उन्हें क्या परेशानी हो गई. काराकाट से अगर पवन सिंह लड़ रहे हैं तो उपेंद्र कुशवाहा को दांगी काट रही है. वहीं जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि राजनीति जन सेवा के लिए होती है सार्वजनिक जीवन में जब व्यक्ति आता है तो समाजसेवी बनता है. बहुत सारी चीजों का त्याग करके सेवा करनी पड़ती है लेकिन आजकल एक नया ट्रेंड चल गया है. जनता जिसे पसंद करती है उन्हें ही मौका देती है इसलिए कोई लोग मुगालते में जी रहे हैं. वोट कटवा की भूमिका निभाकर एनडीए के प्रत्याशी को डैमेज कर देंगे तो यह उनकी गलतफहमी है.
बीजेपी प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने कहा कि राजनीति एक पूर्णकालिक सेवा है जो लोग राजनीति में आना चाहते हैं उनके मन में सेवा का भाव होना चाहिए. राजनीति में कोई ऐसा व्यक्ति आता है जिनको लगता है मैं अपने क्षेत्र में सफल हूं इसलिए राजनीति को भी ट्राई कर लेते हैं. वैसे लोगों की राजनीति में कोई जगह नहीं है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी ने उपेंद्र कुशवाहा को हराने के लिए साजिश रची है और उनको पता है अगर फ़िल्मी स्टार या कलाकार को राजनीती में नहीं आना चाहिए तो वो बीजेपी को ही उपदेश दे रहे है. सारे फ़िल्मी कलाकर तो बीजेपी में ही है.
इनपुट- शिवम