पटना: Lok Sabha Chunav 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को पांच संसदीय क्षेत्रों-- मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढी, सारण और हाजीपुर पर निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. इस चरण में चिराग पासवान, रोहिणी आचार्य समेत 80 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मुताबिक पांच लोकसभा सीट --मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढी, सारण और हाजीपुर पर शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने 9436 मतदान केंद्र बनाये हैं तथा कुल 11323 ‘बैलेट यूनिट’, 11323 ‘कंट्रोल यूनिट’ और 12267 ‘वीवीपैट’ की व्यवस्था की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पांचों सीट पर कुल 9511186 मतदाता हैं जिनमें से 4999627 पुरुष, 4511259 महिलाएं और 300 तृतीय लिंगी हैं. इन मतदाताओं में 1987622 लोग 20 से 29 वर्ष तक के हैं, जबकि 126154 मतदाता 18 से 19 वर्ष के हैं. मतदान के सिलसिले में 82975 विकलांग मतदाताओं और 85 वर्ष से अधिक आयु के 86702 मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गयी है. इन पांच सीट में से हाजीपुर में सबसे अधिक 1972915 मतदाता हैं जबकि सारण में सबसे कम 1800790 मतदाता हैं. इन पांचों सीट पर कुल 80 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनमें 74 पुरुष और छह महिलाएं हैं.


उम्मीदवारों में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पांच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चार, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन तथा कांग्रेस, जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के एक-एक प्रत्याशी शामिल हैं. हाजीपुर में राजग में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान का मुकाबला राजद प्रत्याशी और पूर्व मंत्री शिव चंद्र राम से है चिराग के दिवंगत पिता राम विलास पासवान ने आठ बार हाजीपुर सीट जीती थी. निकटवर्ती सारण सीट पर राजद की नवोदित उम्मीदवार और पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य का मुकाबला मौजूदा सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी से है. मुजफ्फरपुर में मौजूदा सांसद अजय निषाद भाजपा से इसबार टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.


भाजपा ने राज भूषण चौधरी को यहां से इसबार चुनाव मैदान में उतारा है. चौधरी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उम्मीदवार के रूप में लड़ा था। बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के नेतृत्व वाली वीआईपी राज्य में विपक्षी गठबंधन का हिस्सा है जिसमें कांग्रेस, राजद और तीन वामपंथी दल शामिल हैं. दिलचस्प बात यह है कि मुजफ्फरपुर में सबसे ज्यादा 26 उम्मीदवार हैं, जिनमें स्थानीय वकील सुधीर कुमार ओझा भी शामिल हैं. ओझा शीर्ष राजनीतिक हस्तियों, बॉलीवुड सितारों के खिलाफ अपनी याचिकाओं के कारण खबरों में रहते हैं.


मधुबनी एक ऐसी सीट है जिसे भाजपा 2009 से लगातार जीत रही है. यहां के मौजूदा भाजपा सांसद अशोक यादव ने 2019 में अपनी जीत शुरुआत की थी. उनके पिता हुकुम देव नारायण यादव इस सीट से कई बार सांसद रहे. अशोक यादव का इसबार इस सीट पर मुकाबला राजद उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहम्मद अली अशरफ फातमी से है, जो कई बार दरभंगा लोकसभा सीट से जीत चुके हैं. सीतामढी पर वर्तमान में जदयू का कब्जा है लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली इस पार्टी ने मौजूदा सांसद सुनील कुमार पिंटू को एकबार फिर मौका नहीं देकर इस सीट पर विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को प्रत्याशी बनाया है. ठाकुर इसी जिले से आते हैं. राजद ने सीतामढी लोकसभा सीट से अर्जुन रॉय पर भरोसा जताया है जो 2019 के चुनाव में पिंटू से लगभग 2.5 लाख वोटों से हार गए थे. राय ने 2009 में जदयू के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की थी.


इनपुट- भाषा


ये भी पढ़ें- Jharkhand Politics: आलमगीर आलम के पैसे देश के बाहर तो नहीं भेजे जाते: दीपक प्रकाश