पटना : बच्चे हों या बड़े, केक अधिकांश लोगों की फेवरेट डिश होती है, लेकिन पटना में केक आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. पटना के एक नामी दुकान से खरीदा गया केक घटिया क्वालिटी का निकला. केक में इस्तेमाल रंग हाथों से नहीं छूट रहे हैं. घटिया केक बेचने की शिकायत स्वास्थय विभाग के प्रधान सचिव से भी की गई है.


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पटना में बिक रही मिठाईयां पहले ही कठघरे में थीं, लेकिन अब केक भी खाना सुरक्षित नहीं रह गया. पटना के नामी दुकान में बिकनेवाला केक भी कठघरे में आ गया है. बिहार आईएमए के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ. अजय कुमार भी इसी घटिया केक के शिकार हो गए. डॉ. अजय अपने परिवार के साथ पटना के एक ब्रांडेड मिठाई की दुकान में गए, जहां उन्होंने बच्चे की जन्मदिन के लिए केक खरीदा. केक खाते ही उसमें इस्तेमाल किया गया रंग ऐसा निकला कि पूरा मुंह हरे रंग से रंग गया. उन्होंने केक सैंपल के रुप में लिया और उसमें इस्तेमाल रंग दुकानदार से भी मांगा.


डॉ. अजय ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से की है. प्रधान सचिव संजय कुमार ने मामले की जांच के लिए केक के सैंपल को लेबोरेटरी भेजने का निर्देश दिया है. डॉ. अजय ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी थी कि पटना में घटिया क्वालिटी के पनीर से मिठाइयां बनायी और बेची जा रही हैं. छेना की मिठाई भी खाना ठीक नहीं है. अब केक खाना भी काफी रिस्की हो गया है. उन्होंने आईएमए की तरफ से जल्द ही घटिया फूड प्रोडक्ट के खिलाफ अभियान चलाने की बात कही.