मधेपुरा: हरियाणा के गुरुग्राम में वॉटर टैंक की शटरिंग खोलने के दौरान मधेपुरा के तीन मजदूरों की मौत हो गई, जिससे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है. यह हादसा शुक्रवार को हुआ, जब दो मजदूर और एक मिस्त्री निर्माणाधीन मकान के ग्राउंड फ्लोर पर बने वॉटर टैंक की शटरिंग खोलने पहुंचे थे. सबसे पहले एक मजदूर टैंक के नीचे उतरा, लेकिन वापस नहीं आया. उसे देखने दूसरा मजदूर गया और जब वह भी नहीं लौटा, तो तीसरा मजदूर गया. जब तीनों काफी देर तक बाहर नहीं निकले, तो वहां मौजूद अन्य मजदूरों ने शोर मचाया.


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जानकारी के लिए बता दें कि मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने पहुंचकर मजदूरों को टैंक से बाहर निकाला और अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया. मरने वालों में दो मुरलीगंज प्रखंड के परवा गांव के थे, जबकि तीसरा मजदूर कुमारखंड प्रखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत का निवासी था. मृतकों की पहचान परवा नवटोल वार्ड संख्या 5 के मोहम्मद हामिद के बेटे मोहम्मद सगीर और मोहम्मद इस्लाम के बेटे मोहम्मद समद के रूप में हुई है. तीसरे मृतक का नाम राजकुमार है, जो महंथी साह का बेटा था और लक्ष्मीपुर का निवासी था.


इस हादसे के बाद गांव में शोक का माहौल है. मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. हामिद, जो सगीर का पिता है, अपने बेटे की मौत से पूरी तरह टूट चुका है. वहीं, मोहम्मद समद की पत्नी शबीना खातून का भी रो-रोकर बुरा हाल है. राजकुमार के पिता महंथी साह भी बेटे की मौत से बेहद दुखी हैं. गांव के लोग मृतकों के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं और परिवारों की हालत देखकर सभी लोग दुखी हैं. परिजन रोते हुए कह रहे हैं कि अब बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा. सगीर और समद के परिवारों में चार-चार बच्चे हैं, जिनकी जिम्मेदारी अब किस पर होगी, यह सोचकर परिवार और गांव वाले चिंतित हैं. मधेपुरा जिले के इन तीन मजदूरों की मौत की खबर ने पूरे जिले को हिला कर रख दिया है.


इनपुट- जी बिहार झारखंड ब्यूरो


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