रांची पहुंचे मंगोलिया के राजदूत, टूरिज्म कॉन्क्लेव में सीएम के साथ लिया भाग
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रांची पहुंचे मंगोलिया के राजदूत, टूरिज्म कॉन्क्लेव में सीएम के साथ लिया भाग

भारत विविधता से भरा हुआ देश है फिर भी भारत में एकता है और हमारी यही विशेषता है इसीलिए हम सभी को सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए .उन्हीने राज्य की प्रकृति की तारीफ करते हुए कहा कि विश्व का हर व्यक्ति नई जगहों पर घूमने की ख्वाइश रखता है, ऐसे में झारखंड उनके लिए नया केंद्र है.

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अगर मंगोलिया हिंदी का सम्मान करता है तो यह गौरव का विषय है.

रांची: टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए राजधानी रांची में दो दिवसीय झारखंड टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास भी शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंगोलिया के राजपूत ने अपना भाषण हिंदी में दिया जिसे लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास में उनका शुक्रिया अदा करते हुए कहां की झारखंड और भारत का मान बढ़ाने के लिए बहुत-बहुत बधाई मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि अगर मंगोलिया हिंदी का सम्मान करता है तो यह गौरव का विषय है. 

साथ ही उन्होंने कहा कि भारत विविधता से भरा हुआ देश है फिर भी भारत में एकता है और हमारी यही विशेषता है इसीलिए हम सभी को सभी भाषाओं का सम्मान करना चाहिए .उन्हीने राज्य की प्रकृति की तारीफ करते हुए कहा कि विश्व का हर व्यक्ति नई जगहों पर घूमने की ख्वाइश रखता है, ऐसे में झारखंड उनके लिए नया केंद्र है.

 
प्रकृति को अगर समझना है तो झारखंड उपयुक्त जगह है. उन्होंने बताया कि सरकार इटखोरी में सबसे बड़ा स्तुपा का निर्माण करवाने पर विचार कर रही है. जिसकी प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इटखोरी तीन धर्म का संगम है. यह बौद्ध, जैन और हिन्दू धर्म का धार्मिक स्थल है. इसी जगह से भगवान बुद्ध दुनिया को ज्ञान देने के लिए निकले थे.

कार्यक्रम में मंगोलिया के राजदूत गोनचिंग गनबोल्ड ने हिंदी में अपने भाषण की शुरुवात करते हुए कहा कि भारत और मंगोलिया में धर्म, लोकतंत्र और विकास एक जैसी है. हमारा देश भी विकसित देश मे से एक है.
उन्होंने कहा कि मंगोलिया और भारत ने मिल कर दोनों देशों में कई सारी योजनाओं पर काम शुरू किया है. दोनों देश राजनीति और फ्री मार्केट पर चर्चा कर रही है.

जल्द ही भारत मे भगवान बुद्ध की एक विशाल प्रतिमा की स्थापना की जाएगी. जिसमें मंगोलिया के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री शामिल होंगे. भारत के साथ मंगोलिया सरकार अपने रिश्ते को बढ़ाने का काम कर रही है.

कॉन्क्लेव में झारखंड के पर्यटन मंत्री अमर कुमार बाउरी ने झारखंड की प्रकृति की तारीफ करते हुए कहा की यहां पर्यटन की असीम संभावना है. मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड ने पर्यटन नीति बनाई और सभी पर्यटन क्षेत्र के पहुंच पथ के निर्माण का काम किया गया. उन्होंने कहा कि आज झारखंड में लॉ एंड आर्डर बेहतर हुआ है. आज तक किसी भी पर्यटन क्षेत्र में कोई भी घटना पर्यटकों के साथ नही हुई है.

उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला को व्यवस्थित करने के लिए सरकार ने बाबा बैद्यनाथ श्राइन बोर्ड का गठन किया. पारसनाथ जो जैन धर्मावलंबियों का तीर्थ है वहां भी श्राइन बोर्ड का गठन किया गया. उन्होंने बताया कि पतरातू डैम के पास विश्व स्तर का रिसोर्ट बन कर तैयार है जल्द ही इसे पर्यटकों के लिए शुरू किया जाएगा.

बहरहाल, झारखंड की ख़ूबसूरती बहोत है जिसकी जानकारी देश दुनिया तक पहूंचाने की जरूरत है.इ और इस काम के लिए टूर एन्ड ट्रेवल एजेंसी का महत्वपूर्ण सहयोग की जरूरत है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव, पर्यटन विभाग के अधिकारी, इंडियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अधिकारी सहित विश्व के कई देश के प्रतिनिधि उपस्थित थे.