बेतिया : बेतिया में जहरीली शराब प्रकरण में पुलिस की खूब भद पिट रही है. पुलिस खुद अपनी इज्जत मिट्टी में मिलाने पर तूल गई है. बेतिया पुलिस दो सितंबर को देर रात्रि प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था उसमें पुलिस ने शराब से मौत मामला को सीधे इंकार कर दिया था. अशोक साह की मौत को गंभीर बीमारी से मौत बताया गया था वहीं किशोरी साह के मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा. ऐसा पुलिस ने पहले प्रेस विज्ञप्ति में कहा था आज फिर पुलिस ने दूसरी प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है. जिसमे मृतकों को शराब कारोबारी बताया गया है दोनों मृतक शराब कारोबारी थे ऐसा पुलिस के प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है मृतक किशोरी साह शराब कारोबार मामले में 2022 में मझौलिया थाना के द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए थे.


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मझौलिया थाना अंतर्गत लाल सरैया गांव में अशोक साह और किशोरी साह की जहरीली शराब पिने से दो सितंबर को मौत हो गई थी. मृतक अशोक साह के परिजनों ने आनन फानन में शव का दाह संस्कार कर दिए तो वहीं किशोरी साह के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए जीएमसीएच लेकर आई और मौत के कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद बताने को कही गई. दो सितंबर से लेकर चार सितंबर तक मृतक के परिजन बताते रहें कि अशोक साह और किशोरी साह की मौत जहरीली शराब पिने से हुई है, लेकिन बेतिया पुलिस शराब से मौत मामला को सिरे से खारिज करती रही मिडिया में लगातार खबर चलने के बाद पुलिस ने युटर्न लिया है अब बेतिया पुलिस मृतकों को शराब कारोबारी बता रही है. मृतक किशोरी साह के पत्नी के प्राथमिकी पर पुलिस ने तीन कारोबारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजी है कारोबारियों के पास से शराब भी बरामद हुआ है.


मझौलिया थाना अंतर्गत लाल सरैया गांव के ग्रामीण परिजन यह बताते रहें कि दोनों संदिग्ध मौत जहरीली शराब से हुई है लेकिन पुलिस सिरे से खारिज कर दें. भाजपा सांसद डॉ संजय जायसवाल ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए की पुलिस ग्रामीणों और परिजनों को धमका रही है. बयान बदलने का दबाव डाल रही है वहीं भाकपा माले के नेता सुनील राव ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए इसके बावजूद बेतिया पुलिस दोनों संदिग्ध मौत पर बोलना मुनासिब नहीं समझ रही थी.


राजनितिक दबाव में आकर अब सच कबूलने में ही बेहतर समझी है कल तक बेतिया जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन शराब से हुई इस मौत को दरकिनार कर रही थी. आज दोनों मृतकों को शराब कारोबारी मान ली है पुलिस भले ही अभी इनकी मौत शराब से हुई है नहीं मानी है लेकिन दोनों मृतकों को पीछे से कान पकड़ शराब कारोबारी होने पर मुहर लगा दी है. बेतिया पुलिस ने इन दोनों मौत को बीमारी का हवाला दें दबा देना चाहती थी लेकिन चौतरफा दबाव में आकर आखिर बेतिया पुलिस ने हार मान ली है लाल सरैया में पुलिस के द्वारा शराब के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.


इनपुट- धनंजय द्विवेदी


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