Bihar Flood: बाढ़ की चपेट में बिहार, बेतिया जिले में कई गांवों में घुसा पानी
बेतिया जिले के कई गांवों में पानी भर गया है. जिसके चलते हजारों परिवारों पर बेघर होने का खतरा मंडराने लगा है. नरकटियागंज के दहाड़वा टोला में नदी का पानी घुस गया है.
Bihar Flood: नेपाल में भारी बारिश से बिहार में बागमती, कोसी, कमला बालान जैसी नदियां उफान पर हैं. इससे उत्तर बिहार में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. इससे बेतिया जिले के कई गांवों में पानी भर गया है. जिसके चलते हजारों परिवारों पर बेघर होने का खतरा मंडराने लगा है. नरकटियागंज के दहाड़वा टोला में नदी का पानी घुस गया है. पहाड़ी पंडई नदी रौद्र रूप धारण कर लिया है. गांव का एप्रोच पथ टूट गया है. नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गांव के मुख्य सड़क पर दो से तीन फिट पानी चल रहा है.
ग्रामीण मवेशियों को ले ऊंचे स्थानों पर पलायन कर गए है. गांव के लोग दहशत में 2017 में नरकटियागंज में पहाड़ी नदियों ने भारी तबाही मचाई थी. पहाड़ी नदियों के जलस्तर बढ़ने से फिर एक बार नरकटियागंज के लोगो में दहशत का माहौल है. हालांकि, प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. बावजूद ग्रामीण डरे सहमे है ग्रामीण जान जोखिम में डाल सड़क पर आवागमन कर रहें है. ग्रामीणों का कहना है हर साल बाढ़ और कटाव का हम दंश झेल रहें है. इसका स्थाई समाधान सरकार नहीं निकाल रही है.
ये भी पढ़ें- Bihar Flood: बिहार में हर साल क्यों आती है बाढ़, त्रासदी से बचने के लिए सरकार ने किया कितना काम?
बेतिया के योगापट्टी प्रखंड के सिसवा खाप टोला में गंड़क नदी कटाव देखने को मिल रहा है. जलस्तर कम होने से नदी रौद्र रूप धारण कर ली है नदी की दूरी गांव से महज चार से पांच फिट रह गई है ग्रामीण अपने अपने घरों को तोड़ रहें है. ट्रैक्टर पर आशियाना को लाद ऊंचे स्थानों पर पलायन कर रहें हैं दर्जनों परिवार बेघर हो चुके हैं. बाढ़ कटाव का दंश झेल रहे ग्रामीणों का कहना है कि सीओ आए थे, देखकर चले गए. ग्रामीणों ने कटाव रोकने के लिए बांस बल्ला प्रयोग किए थे, वह भी नदी की कटाव में बह गए. ग्रामीण अब पलायन को मजबूर हो गए हैं.
रिपोर्ट- धनंजय द्विवेदी