Chamki Fever : मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों के साथ ही बिहार में सभी जिलों के लोग एक बार फिर से खौफजदा हो गए हैं. यहां बढ़ती गर्मी के साथ चमकी बुखार (Acute Encephalitis Syndrome) ने एक बार फिर से असर दिखाना शुरू कर दिया है. जैसे ही बिहार में गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू किया है मुजफ्फरपुर के अस्पतालों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के मरीज अस्पताल पहुंचने लगे हैं. 


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मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में 2 बच्चों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम की पुष्टि ने हंगामा मचा दिया है. यह बीमारी हर साल मुजफ्फरपुर और आसपास के इलाकों के बच्चों के लिए काल बनकर आती है और सारी सरकारी व्यवस्थाएं इस दौरान धरी की धरी रह जाती हैं. हालांकि जिन दो बच्चों में इस एक्यूट इंसेफलाइटिस की पुष्टि हुई थी वह अब ठीक होकर अस्पताल से जा चुके हैं लेकिन अब यह जरूर लोगों में खौफ है कि इस तरह अब इस बीमारी ने एक बार फिर पैर पसारना शुरू कर दिया है. 


अगर समय रहते इसको कारगर तरीके से निपटाया नहीं गया तो यह बीमारी एक बार फिर से तबाही मचा सकती है लोगों के अंदर यह भय व्याप्त हो गया है. अभी तक अस्पताल से आए आंकड़ों की मानें तो इसके कुल 6 मरीज सामने आ चुके हैं जिसमें से पांच मुजफ्फरपुर के और एक पूर्वी चंपारण के थे. 


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हालांकि एईएस यानी एक्यूट इंसेफलाइटिस को लेकर सरकार और अस्पताल प्रशासन दावा कर रही है कि इस बार तैयारी पुरी है और जीरो डेथ पॉलिसी पर काम किया जा रहा है. इस बीमारी को लेकर स्थानीय स्तर पर घर-घर पर्चे भी बांटे जा रहे हैं ताकि इसे लेकर लोग जागरूक हो सके. 
 
बता दें कि मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों में गर्मी की तपश बढ़ने के साथ ही यह बीमारी फैलने लगती है जिसके कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है. इस बीमारी के शिकार मासूम होते हैं और बड़ी संख्या में उनका जान चली जाती है. अभी तक इस बीमारी के फैलने के कारणों को जानने और इससे निजात दिलाने में सफलता हाथ नहीं लगी है.