मुजफ्फरपुर: Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर में नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने कंपनी के कार्यालय पर छापेमारी कर आधा दर्जन आरोपियों को हिरासत में लिया है. इसमें पांच बिहार और एक झारखंड का रहने वाला है.सदर थाना क्षेत्र में डीएचसी ट्रेडिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर नौकरी देने का गोरखधंधा चलाया जा रहा था. इसकी शिकायत झारखंड की एक पीड़िता द्वारा एसएसपी राकेश कुमार से की गई थी.


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झारखंड की रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उक्त कंपनी के नाम पर बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने का लालच देकर धोखाधड़ी की जा रहा है और रुपयों की उगाही की जा रही है. जिसके बाद एसएसपी राकेश कुमार ने मामले को गंभीरता से लिया. एसएससी राकेश कुमार ने एएसपी अवधेश दीक्षित के निर्देशन में विशेष टीम का गठन किया. विशेष टीम के साथ सदर थाना प्रभारी कुंदन कुमार को शामिल किया गया. वहीं कई थानों के थानाध्यक्ष को भी इसमें रखा गया.विशेष टीम के द्वारा सबसे पहले सदर थाना क्षेत्र के डुमरी रोड में छापेमारी की गई. यहां चिन्हित स्थान पर छापेमारी के दौरान एक मकान से पांच लोग भागते दिखे. यह देख पुलिस की टीम ने खदेड़कर सभी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद सभी से पूछताछ की गई. इसके बाद सदर थाना क्षेत्र के ही डुमरी लदौरा रोड स्थित कार्यालय में छापेमारी कर एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया तो पूरे मामले का खुलासा हो गया.


पूरे मामले पर एएसपी अवधेश दीक्षित ने कहा कि कंपनी के द्वारा कॉल कर नौकरी देने के नाम पर बुलाया जाता था और दो-तीन दिनों तक ट्रेनिंग के नाम पर रखकर उनके ब्रेन वास कर करके फिर उन्हें अन्य लोगों को जोड़ने के लिए कहा जाता था. इसके साथ ही उनसे पैसे की भी डिमांड किया जाता था. इसी बात को लेकर शिकायत की गई थी. जिसके आधार पर पूरे मामले का खुलासा किया गया है. जिसमें पता चला कि ये लोग फ्रॉड करके 20 से 25 हजार लोगों से वसूली करते थे नौकरी के नाम पर और उन्हीं के द्वारा उन लोगों की जोड़ने के लिए प्रेशर किया गया था. पुलिस शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है.


इनपुट- मणितोष कुमार


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